कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस ने मप्र के पिछले चुनावों में बेहतरीन प्रदर्शन किया था और सरकार बनाई थी। हालांकि, 15 महीने बाद यह सरकार 28 विधायकों के भाजपा में शामिल होने के कारण गिर गई थी। अब दोबारा कांग्रेस अपनी जमीन तैयार कर रही है, ताकि मप्र में सरकार बनाई जा सके। 

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सीएम कमलनाथ (Kamalnath) ने गुरुवार को कांग्रेस विधायक दल के नेता पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद वह कांग्रेस के मप्र अध्यक्ष (Mp Congress President ) बने रहेंगे। दरअसल, पार्टी में एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के तहत काम कर रहे हैं। अब तक कमल नाथ के पास दोनों जिम्मेदारियां थीं।

डॉ. गोविंद सिंह को मिली जिम्मेदारी
मध्यप्रदेश में नवंबर 2023 में विधानसभा के चुनाव होने हैं। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress chief sonia gandhi) ने विधायक दल के नेता के पद से उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। पूर्व मंत्री और 7 बार के विधायक डॉ गोविंद सिंह को कमलनाथ की जगह कांग्रेस विधायक दल का नेता बनाया गया है। यानी, अब गोविंद सिंह मध्य प्रदेश विधानाभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी निभाएंगे। 

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केसी वेणुगोपाल ने पत्र लिखकर दी जनाकारी
गुरुवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कमलनाथ को लिखे एक पत्र जानकारी दी- कांग्रेस अध्यक्ष (सोनिया गांधी) ने कांग्रेस विधायक दल मध्य प्रदेश के नेता पद से आपका इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है। बताया जा रहा है कि कमलनाथ ने पार्टी के एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के तहत काम करते हुए मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ने के लिए इस्तीफे की पेशकश की थी। इसे सोनिया गांधी ने स्वीकार कर लिया है। वेणुगोपाल ने अपने पत्र में कमलनाथ को जानकारी दी है कि सोनिया गांधी ने डॉ. गोविंद सिंह को कांग्रेस विधायक दल का नेता नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। कमलनाथ अब कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष बने रहेंगे। 

कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ा जाएगा चुनाव 
मध्य प्रदेश 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले कमलनाथ तैयारियों में जुटे हैं। चार अप्रैल को इस संबंध में पार्टी नेताओं की एक बैठक हुई थी, जिसमें कमलनाथ पर सभी नेताओं ने भरोसा जताया था। इस बैठक में अगला चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में ही लड़ने की बात तय हुई थी। मप्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और पूर्व मंत्रियों की बैठक में सभी नेताओं ने कहा था कि कमलनाथ को 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करना है।

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