सार

14 अगस्त को जब परिवार वाले सो रहे थे, तब बच्ची खिड़की से कूदकर भागी और उसी रात एक बस में बैठकर पीथमपुर चली गई। इसके बाद थाने पहुंची और मामले की शिकायत दर्ज कराई।

धार. मध्यप्रदेश के धार जिले में मानव तस्करी का एक मामला सामने आया है। पुलिस की शुरुआती जांच में यह पता चला है कि नाबालिग को 1 लाख 70 हजार रुपए में बेचा गया था। पीड़ित बच्ची ने खुद इस बात का खुलासा किया है। बताया जा रहा है कि पीड़िता भोपाल की रहने वाली है और कुछ दिन पहले ही पीथमपुर पहुंची थी। बच्ची के अनुसार मां के निधन के बाद उसके पिता रोज शराब पीकर उसके साथ मारपीट करते थे पीड़िता पीथमपुर आकर रहने लगी थी।

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पुलिस ने मामले की जांच करते हुए मानव तस्करी सहित अन्य धाराओं में अब कुल 6 लोगों को आरोपी बनाया है। बच्ची के अनुसार, 4 अप्रैल को पीथमपुर में मछली मार्केट सेक्टर 3 में स्थित घर को छोड़कर इधर-उधर घूमती फिरती रहती थी। इस दौरान उसे गांव का एक लड़का मिला वो उसे अपने मौसी के घऱ लेकर गया और वही छोड़ दिया। कुछ दिनों बाद नेमीचंद्र नाम के व्यक्ति के साथ मौसी ने जाने का दबाव बनाकर उसके साथ भेज दिया।

नेमीचंद्र ने बच्ची को कृष्णानगर के एक घर पर छोड़ दिया। इसके बाद से वो लोग उससे काम करवाने लगें। अगर वह काम करने से मना करती तो परिवार के लोग उसके साथ मारपीट करते और जान से मारने की धमकी देते थे। इस दौरान उसके साथ जबरदस्ती करने की भी कोशिश की गई। इस दौरान उसे बताया गया कि उसके परिवार ने नेमीचंद्र से उसे 1 लाख 70 हजार रुपए में खरीदा है।

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14 अगस्त को जब परिवार वाले सो रहे थे, तब बच्ची खिड़की से कूदकर भागी और उसी रात एक बस में बैठकर पीथमपुर चली गई। इसके बाद थाने पहुंची और मामले की शिकायत दर्ज कराई। बच्ची की शिकायत पर पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।