सार

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) से हैरान कर देने वाली घटना सामने आई। यहां एक मां ने अपनी 3 महीने की मासूम बेटी की हत्या कर दी। घटना को लेकर हर कोई हैरान है। पुलिस ने महिला के मोबाइल (Mobile) की जांच की तो चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। घटना 10 दिन पहले की है। पुलिस जांच के बाद अब खुलासा किया है।

उज्जैन। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के उज्जैन (Ujjain) में एक मां ने जिस बेटी को जन्म देने के लिए 9 महीने तक कोख में रखा, उसे 3 महीने भी जिंदा नहीं रहने दिया और रूह कंपाने देने वाली मौत दे दी। घटना 12 अक्टूबर की है। बच्ची का शव मकान की तीसरी मंजिल पर पानी की टंकी में मिला था। पुलिस ने जांच की तो शक की सुई मां पर गहरा गई। पुलिस का दावा है कि मोबाइल फोन (Mobile) की जांच में यह सामने आया कि महिला दो दिन से यूट्यूब (Youtube) पर पानी में डुबोकर मारने के तरीके सर्च कर रही थी। हालांकि, महिला का कहना है कि उसने बेटी की हत्या नहीं है। यह मामला खाचरौद इलाके का है।

पुलिस के मुताबिक, थाने के सामने भटेवरा परिवार रहता है। सुभाष भटेवरा के बेटे अर्पित जैन की 2019 में स्वाती भटेवरा जैन (28 साल) से शादी हुई थी। 6 जुलाई 2021 में स्वाती ने बेटी वीरति को जन्म दिया। वो 6 अक्टूबर को तीन महीने की हो गई थी। परिजन ने पुलिस को बताया था कि वीरति 12 अक्टूबर को अचानक गायब हो गई। तलाश की गई तो घर में ही बनी पानी की टंकी में उसका शव मिला था। पूछताछ के बाद बच्ची की मां स्वाति के मोबाइल को चेक किया तो पता चला कि उसने यूट्यूब पर बच्ची को मारने के तरीके सर्च किए थे। इसी आधार पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश किया जाएगा।

क्रूर मां ने किया खौफनाक क्राइम: 10 साल के बेटे को तड़पा-तड़पाकर मार डाला, वजह सिर्फ इतनी सी

तीन महीने से बच्ची की हत्या की प्लानिंग कर रही थी मां?
पुलिस का दावा है कि वीरति के जन्म के महज 20 दिन बाद यानी 26 जुलाई से स्वाति यूट्यूब पर हत्या के तरीके सर्च कर रही थी। हत्या से दो दिन पहले यानी 10 अक्टूबर को भी उसने यूट्यूब पर पानी में डूबने से मौत होने के बारे में सर्च किया था। स्वाति ने यह भी देखा कि बच्ची का मुंह किस तरफ रखने से उसकी मौत जल्दी हो जाएगी। दो दिन बाद 12 अक्टूबर को वीरति का शव पानी की टंकी में पड़ा मिला।

परिवार को भी मां पर हत्या का शक था
सुभाष भटेवरा ने पुलिस को बताया कि 12 अक्टूबर की दोपहर 1.20 बजे उन्होंने वीरति को घर में ही देखा था। इसके बाद वे दुकान चले गए। इस बीच, 1.25 बजे दादी अनीता ने भी वीरति को घर में देखा। दोपहर 1.44 बजे उनके बेटे अर्पित ने फोन लगाकर वीरति के गायब होने की सूचना दी। ऐसे में यह समझ में नहीं आ रहा था कि सिर्फ 20 मिनट में ही बच्ची अचानक घर से गायब हुई और उसकी मौत हो गई। 

उजड़ गया परिवार: पत्थर दिल मां ने 3 बच्चों को गोद में लेकर लगाया मौत को गले, पति का बदला मासूमों से लिया

परिजन के मन में थे सवाल, नहीं मिल रहे थे जवाब
परिजन को इन सवालों के भी जवाब नहीं मिल रहे थे कि जब बच्ची गायब हुई तब ना तो कोई घर पर आया और ना ही छत पर गया। बच्ची का पिता अर्पित घर के नीचे ही दुकान पर था और सिर्फ वीरति की मां ही छत पर गई थी। ऐसे में परिवार को शुरुआत से ही बच्ची की मां पर शक था और पुलिस को भी घटना की लीड महिला से सख्ती से पूछताछ के बाद मिल गई। पुलिस को आशंका है कि महिला की दिमागी हालत ठीक नहीं है या फिर पारिवारिक कलह भी इसकी वजह हो सकती है।

दो दिन पहले ही मायके से आई थी स्वाति और बेटी
यह भी सामने आया कि घटना के दो दिन पहले अर्पित के पिता सुभाष परिवार समेत नीमच जिले में स्थित माता मंदिर दर्शन करने के लिए गए थे। वहां से लौटते वक्त अर्पित की ससुराल पिपलिया मंडी गए और पोती वीरति, बहू स्वाति को लेकर खाचरौद लाए थे।


बच्ची 12 अक्टूबर की दोपहर 1.20 से 1.40 बजे के बीच घर में से गायब हुई थी। इस वक्त उसके पिता अर्पित घर के नीचे दुकान पर थे। घर में स्वाति और उसकी सास अनीता के अलावा कोई नहीं था। जांच की तो स्वाति पर शक गया। उसने मोबाइल में 10 अक्टूबर को इंटरनेट पर पानी में कैसे डुबाकर मार सकते हैं, सर्च किया था। इसी आधार पर उसे गिरफ्तार किया है। - आकाश भूरिया, एएसपी, उज्जैन