सार
जम्मू-कश्मीर (jammu and kashmir) के उधमपुर से चलकर छत्तीसगढ़ (Chattisgarh जा रही दुर्ग एक्सप्रेस (Durg Express) में आग लग गई। कुछ ही देर में चार बोगियों में धुआं भर गया। इस घटना के बाद यात्रियों में अफरातफरी मच गई और वह चीखने-चिल्लाने लगे। हालांकि, किसी तरह की कोई जनहानि की खबर नहीं आई है।
मुरैना। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुरैना (Morena) के पास से बड़े रेल हादसे की खबर सामने आई है। जहां जम्मू-कश्मीर (jammu and kashmir) के उधमपुर से चलकर छत्तीसगढ़ (Chattisgarh) के दुर्ग जा रही 'दुर्ग-ऊधमपुर एक्सप्रेस' (Durg Express) ट्रेन में आग लग गई। भीषण आग के चलते कुछ ही देर में चार बोगियों में देखते ही देखते धुआं भर गया। इस घटना के बाद यात्रियों में अफरातफरी मच गई और वह चीखने-चिल्लाने लगे। हालांकि किसी तरह की कोई जनहानि की खबर नहीं आई है। समय रहते हुए सभी यात्रियों को ट्रेन से बाहर निकाल लिया गया। घटना की जानकारी लगते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां, स्थानीय पुलिस बल और रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।
चार बोगियां धू-धू कर जलीं
मौके पर पहुंचीं दमकल की गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हैं। जिन 2 बोगियों A-1 और A-2 से आग की लगी है उन्हें ट्रेन से अलग कर दिया गया है। वह पूरी तरह से जलकर खाक हो गईं हैं। उनके आसपास लगी दो और बोगियां धूं-धूं कर जल गई हैं। भारी पुलिस बल के साथ फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां स्पॉट पर मौजदू हैं। वह आग पर काबू करने की कोशिश में लगे हुए हैं। फिलहाल पूरी ट्रेन को रोक दिया गया है। कुछ समय वाद उसे ग्वालियर की तरफ रवाना किया जाएगा। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि आग आखिर किन कारणों से लगी।
ट्रेन आउटर पर खड़ी और उठने लगीं तेज लपटें
बता दें कि यह यह बड़ा हादसा मुरैना के हेतमपुर रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार दोपहर हुआ। यहां ट्रेन नंबर 20484 दुर्ग-उधमपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस जम्मू-कश्मीर के उधमपुर से चलकर छत्तीसगढ़ के दुर्ग जा रही इस ट्रेन के एसी कोच ए1 और ए2 में आग गई। हलांकि हेतमपुर पर इस ट्रेन का कोई स्टॉपेज नहीं है। लेकिन सिग्नल नहीं मिलने से ट्रेन आउटर पर खड़ी थी। इसी दौरान कुछ यात्रियों ने पीछे देखा कि ट्रेन की एक दो बोगियों से धुआं निकल रहा है। फिर कुछ देर बाद उन्हें लपटें दिखाई देने लगीं। इसके बाद यात्रियों ने इसकी जानकारी 100 नंबर डायल करके पुलिस को दी।
ट्रेन में सफर कर रहे एक यात्री ने बताई आखों-देखी
दुर्ग-उधमपुर ट्रेन में अधिकतर वैष्णोदेवी से लौट रहे तीर्थयात्री भी शामिल हैं। जिन्होंने आग लगते ही बोगियों से कूदकर अपनी जान बचाई। हालांकि इस अफरा-तफरी के दौरान कुछ लोगों को हल्की चोटें भी आई हैं। इस हादसे के बारे में एक यात्री ने बताया कि हम अपने साथियों के साथ बर्थ पर लेटे हुए थे। हल्की-फल्की धुएं की गंध आ रही थी। इसी बीच कोई चिल्लाने लगा कि ट्रेन में आग लग गई, इसके बाद देखते ही देखते हमारी बोगी में धुआं ही धुआं भर गया। किसी तरह दो बोगियों में सावर यात्री उतर-उतर कर भागे। दोनों बोगियों में करीब 72 यात्री सवार थे। इस आगजनी में कोई हताहत तो नहीं हुआ, लेकिन लोगों का सामान जल गया है।