सार
प्यार से बढ़कर इस दुनिया में कुछ भी नहीं। ये ऐसे दो कपल की कहानी है, जिन्होंने साथ जीने-मरने का वादा किया था। सचमुच ऐसा ही हुआ। हालांकि एक कपल की स्वाभाविक मौत हुई, जबकि दूसरे ने सुसाइड किया। दोनों मामले मप्र के भोपाल के हैं।
भोपाल. ये ऐसे दो कपल की स्टोरी है, जिन्होंने साथ जीने-मरने का वादा किया था। इनमें से एक बुजुर्ग था, जबकि दूसरा कपल युवा। बुजुर्ग कपल की स्वाभाविक मौत हुई, जबकि युवा कपल ने मामूली झगड़े के बाद सुसाइड कर लिया।
दफ्तर में बेहोश होकर गिर पड़ी थी पत्नी
55 साल की वंदना राहुरकर एडमिशन एंड फीस रेग्युलेटरी कमेटी (AFRC)में 2008 से संविदाकर्मी थीं। सोमवार को ड्यूटी के दौरान अचानक वे बेहोश होकर गिर पड़ीं। इसकी खबर जब नजदीक के हॉस्टल में रहने वाले उनके पति दिलीप को मालूम चली, तो वे भागे-भागे वहां पहुंचे। जब उन्होंने पत्नी को बेहोश देखा, तो उन्हें गहरा सदमा लगा। उनके दिल से एक आह से निकली। दिलीप ने अपनी पत्नी का नाम लिया और वे भी बेहोश होकर गिर पड़े। लोग उन्हें फौरन हॉस्पिटल लेकर गए। हालांकि तक तक दोनों की मौत हो चुकी थी। मंगलवार को उनके बेटे ने मां-बाप का एक साथ अंतिम संस्कार किया। वंदना और दिलीप की 30 साल पहले शादी हुई थी। मूल रूप से होशंगाबाद के रहने वाले दिलीप डेढ़ साल पहले तकनीकी शिक्षा विभाग से रिटायर हुए थे। उनके एक बेटी भी है।
डेढ़ साल का साथ..
भोपाल में ही बिलखिरिया के शांति नगर में एक कपल ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। सोमवार देर रात किसी बात पर दोनों के बीच मामूली बहस हुई थी। मृतक अशोक जाटव(35) प्लंबर था। उसकी डेढ़ साल पहले 23 वर्षीय वैशाली से शादी हुई थी। बिलखिरिया टीआई लोकेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि सोमवार रात करीब 8 बजे अशोक घूमने चला गया था। जब वो काफी देर तक घर नहीं लौटा, तब वैशाली ने उसे कॉल करके अपनी नाराजगी जताई थी। इस पर दोनों के बीच फोन पर ही मामूली बहस हो गई थी। रात करीब 9 बजे जब अशोक घर लौटा, तब वैशाली ने फांसी लगा ली थी। घटना को लेकर अशोक के ससुर ने उसे काफी बुरा-भला बोल दिया था। इसके बाद अशोक घर के पीछे गया और खुद भी फांसी पर लटक गया। अशोक के पहली पत्नी से 2 बच्चे हैं। वैशाली दोनों बच्चों से खूब प्यार करती थी।