सार
पृथक वॉर्ड से भागने वाले मरीजों में से एक व्यक्ति कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया है, जबकि दूसरे को इस महामारी के संदेह में भर्ती किया गया था।
इंदौर. कोराना वायरस संक्रमित व्यक्ति समेत दो मरीज शनिवार देर रात यहां स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को चकमा देकर एक सरकारी अस्पताल से भाग निकले। इस घटना को लेकर मचे हड़कंप के बाद दोनों मरीजों को पुलिस की मदद से पकड़कर रविवार को दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया।
टहलने के नाम पर वॉर्ड से बाहर निकले थे
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि मनोरमा राजे टीबी चिकित्सालय के पृथक वॉर्ड से भागने वाले मरीजों में से एक व्यक्ति कोरोना वायरस संक्रमित पाया गया है, जबकि दूसरे को इस महामारी के संदेह में भर्ती किया गया था। जड़िया ने बताया, "दोनों पुरुष मरीज टहलने के नाम पर वॉर्ड से बाहर निकले और अस्पताल से भाग गये। इसकी जानकारी मिलने पर हमने अपने दलों को फौरन इनके पतों पर भेजा। लेकिन वे वहां नहीं मिले।"
पुलिस ने पकड़कर दोबारा अस्पताल में कराया भर्ती
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि खोज अभियान के दौरान दोनों मरीज अपने रिश्तेदारों के घर मिले। पुलिस की मदद से इन्हें वहां से पकड़कर दोबारा अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। उन्होंने बताया, "अस्पताल से भागने के बाद दोनों मरीज जिन लोगों से मिले थे, उनके नमूने लेकर कोराना वायरस संक्रमण की जांच करायी जा रही है।"
इंदौर, राज्य में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित शहर है। अब तक मिली रिपोर्ट के मुताबिक, इंदौर के 20 मरीजों में इस महामारी की पुष्टि हुई है। इनमें शामिल 65 वर्षीय पुरुष की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(प्रतीकात्मक फोटो)