सार
फ़र्ग्युसन कॉलेज के 3 छात्रों ने अपने वार्षिक परंपरागत परिधान दिवस पर साड़ियां पहनकर सभी को चौंका दिया।
मुंबई. कैसा हो अगर आपके कॉलेज में तीन-चार लड़के अचानक साड़ी पहनकर घूमने लगें। कोई भी ऐसा होता देख सोच में पड़ जाएगा। पर पुणे के फ़र्ग्युसन कॉलेज में ऐसा हुआ है जिसकी वजह भी चौंकाने वाली है। आखिर इन लड़कों ने ऐसा क्यों किया?
फ़र्ग्युसन कॉलेज के 3 छात्रों ने अपने वार्षिक परंपरागत परिधान दिवस पर साड़ियां पहनकर सभी को चौंका दिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, जेंडर इक्वैलिटी का संदेश देने के लिए इन तीन छात्रों, आकाश, सुमित और रुशिकेश ने साड़ी पहनी थी। वार्षिक 'टाई और साड़ी डे' में कुछ बदलाव लाने की मंशा से तीसरे साल के छात्रों ने साड़ी पहनी थी।
लड़के साड़ी पहनकर बाहर तो देखते रह गए सब
बाकी छात्रों ने साधारण कपड़े ही पहने पर अपने बोल्ड चॉइस से इन तीनों छात्रों ने सबका ध्यान खींचा। बातचीत करते हुए आकाश ने बताया, 'ये कहीं लिखा हुआ नहीं है कि लड़कों को सिर्फ़ लड़कों के और लड़कियों को लड़कियों को सिर्फ़ साड़ी या फिर सलवार, स्कर्ट आदि ही पहनने हैं। इसलिए मेरे दिमाग़ में साड़ी पहनकर कुछ नया अनुभव लेने का आईडिया आया।
साड़ी पहनना नहीं आसान काम
आकाश ने बताया कि उन्होंने एक बार को भी ये नहीं सोचा कि उसके सहपाठी क्या सोचेंगे। सुमित ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, 'हमें साड़ियों का जुगाड़ करने में दिक्कत हुई। हमें साड़ी लपेटने में भी दिक्कत हुई और मदद के लिए हमने अपनी दोस्त श्रद्धा को बुलाया। साड़ी पहनकर फंक्शन में हिस्सा लिया तब हमें साड़ी के साथ की दिक्कतों का पता चला। अब पता चला कि महिलाओं को तैयार होने में इतना समय क्यों लगता है।'
महिलाओं को मिले पुरुषों के बराबर सम्मान
रुशिकेश ने बताया, 'मुझे साड़ी पहनने में और इतनी देर तक पहने रहने में बहुत दिक्कत हुई। फ़ैकल्टी मेंम्बर्स ने छात्रों की सराहना की। इन तीनों लड़कों ने लैंगिक समानता का मैसेज देने के लिए साड़ी पहनने का डिसिजन लिया। सोशल मीडिया पर इन तीनों की तस्वीरें छाई हुई हैं।