सार
पृथक वार्ड के कर्मचारियों ने बेडशीट, पर्दे आदि जैसे कपड़े धोने के लिए ‘धोबियों’ को दिए जो अन्य वार्ड के कपड़े धोने का भी काम करते हैं। इन कर्मचारियों ने संक्रमण फैलने के डर से पृथक वार्ड से आने वाले कपड़े धोने से इनकार कर दिया।
यवतमाल. कोरोना वायरस को लेकर डर और अज्ञानता के चलते एक स्थानीय सरकारी मेडिकल कॉलेज में कपड़े धोने वाले कर्मचारियों ने उस पृथक वार्ड से आने वाले कपड़ों को धोने से इनकार कर दिया जहां कोविड-19 के तीन मरीज भर्ती हैं और चार अन्य निगरानी में रखे गए हैं।
संक्रमण फैलने के डर से कपड़े धोने से किया इंकार
पृथक वार्ड के कर्मचारियों ने बेडशीट, पर्दे आदि जैसे कपड़े धोने के लिए ‘धोबियों’ को दिए जो अन्य वार्ड के कपड़े धोने का भी काम करते हैं। इन कर्मचारियों ने संक्रमण फैलने के डर से पृथक वार्ड से आने वाले कपड़े धोने से इनकार कर दिया।
कपड़े धोने का काम करने वाले अशोक चौधरी ने कहा, “हमें डर है कि इन कपड़ों को छूने से हम कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाएंगे।”
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(प्रतीकात्मक फोटो)