सार

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह (Parambir Singh) मुश्किलों में हैं। इस साल मई के बाद से लगातार उनकी टेंशन बढ़ती जा रही है। अब तक उनके खिलाफ मुंबई (Mumbai) और ठाणे (Thane) में 5 केस दर्ज हैं। उगाही के मामले में परमबीर समेत 6 लोग नामजद आरोपी है। इसमें सचिन वाजे भी शामिल है। इस मामले में सचिन वाजे पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। उसे फिलहाल न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
 

मुंबई। उगाही के मामले में केस दर्ज होने के बाद 7 महीने से गायब पूर्व पुलिस कमिश्नर (Former Mumbai Police Commissioner Parambir Singh) परमबीर सिंह गुरुवार को वापस मुंबई (Mumbai) लौटे हैं। वे अब तक चंडीगढ़ (Chandigarh) में थे। हालांकि, मुंबई पुलिस को इसकी भनक तक नहीं थी। कोर्ट की फटकार के बाद परमबीर ने खुद इस बात की जानकारी दी थी। फिलहाल, गुरुवार को उनसे मुंबई पुलिस ने करीब 7 घंटे तक पूछताछ की है। अब परमबीर ने निचली अदालत में एक याचिका दायर की और उन्हें भगोड़ा घोषित करने के आदेश को रद्द करने की मांग की है। उन्होंने अधिवक्ता गुंजन मंगला के जरिए अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट एसबी भाजीपाले के समक्ष एक आवेदन दायर किया है।

आज चांदीवाल आयोग के समक्ष पेश होने की संभावना
परमबीर के आज चांदीवाल आयोग के समक्ष पेश होने की संभावना है। चांदीवाल आयोग ने भ्रष्टाचार के मामले में पूछताछ के लिए पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को भी समन जारी किया है। उधर, फिरौती के मामले में अदालत ने फरार घोषित किए गए परमबीर से कल 7 घंटे तक पूछताछ की। उनके खिलाफ गोरेगांव थाने में फिरौती का केस दर्ज किया गया है। विमल अग्रवाल नाम के एक व्यापारी की शिकायत पर ये केस दर्ज किया गया था। 

कोर्ट से कहा था- मुंबई आने से जान को खतरा
बता दें कि परमबीर सिंह के खिलाफ मुंबई और ठाणे में 5 केस दर्ज हैं। उगाही के केस में परमबीर समेत 6 लोग नामजद आरोपी है। इसमें सचिन वाज़े भी शामिल है। सचिन को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। उसे फिलहाल न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इसी वसूली के मामले में किला कोर्ट ने परमबीर सिंह को भगोड़ा भी घोषित किया है। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को परमबीर को गिरफ्तारी से राहत दी थी। कोर्ट ने परमबीर को जांच में शामिल होने का निर्देश दिया था। सुनवाई के दौरान परमबीर के वकील ने कहा था कि वह देश में ही हैं। उनके वकील ने कहा था- वह फरार नहीं होना चाहते हैं। वह भागना नहीं चाहते हैं। उन्हें इस बात का डर है कि जैसे ही वे महाराष्ट्र में प्रवेश करेंगे तो उनकी जान को खतरा हो जाएगा। ऐसे में कोर्ट ने सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए थे।

यह है मामला
मुंबई पुलिस की मांग पर स्थानीय कोर्ट ने परमबीर सिंह को फरार घोषित किया है। बुधवार को परमबीर ने लंबे अर्से बाद चुप्पी तोड़ी थी और कहा था कि वो चंडीगढ़ (Chandigarh) में हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि वो जल्द ही मुंबई में उनके खिलाफ मामलों की जांच में शामिल होंगे, जिसके बाद वह (गुरुवार) को मुंबई पहुंचे। यहां परमबीर अपने खिलाफ रंगदारी के एक मामले में क्राइम ब्रांच के सामने पेश हुए और उनसे करीब 7 घंटे तक पूछताछ की गई। DCP नीलोत्पल और उनकी टीम ने गोरेगांव में दर्ज वसूली के मामले में उनसे पूछताछ की है। इस मामले में सिंह के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी हुआ था। कुछ दिन पहले उन्हें भगोड़ा भी घोषित किया गया था।

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