सार
आर्यन खान ड्रग्स केस (Aryan Khan Drugs Case) में एनसीबी (NCB) के अहम गवाह प्रभाकर सैल ने उगाही के आरोप लगाकर सनसनी फैला दी। आर्यन केस में दूसरे गवाह किरण गोसावी है। प्रभाकर अब तक किरण का बॉडीगार्ड था। उसका दावा है कि उसने ड्रग्स केस में मामला सुलटाने के लिए किरण और सैम डिसूजा को 25 करोड़ की डील की बात करते सुना था।
मुंबई। आर्यन खान ड्रग्स केस (Aryan Khan Drugs Case) में उगाही के आरोप लगाकर चर्चा में आए प्रभाकर सैल (Prabhakar Sail) ने मंगलवार रात मुंबई पुलिस को अपने बयान दर्ज कराए। प्रभाकर ने दावा किया था कि आर्यन को छुड़ाने और केस रफा-दफा करने के लिए 25 करोड़ रुपए की मांग की गई थी। प्रभाकर मंगलवार शाम 7 बजे मुंबई पुलिस के जोन वन के डीसीपी के दफ्तर में पहुंचा। यहां करीब 8 घंटे तक उसके बयान दर्ज किए गए। आर्यन केस में एनसीबी (NCB) ने प्रभाकर और किरण गोसावी को गवाह बनाया है। प्रभाकर अब तक किरण का बॉडीगार्ड था। फिलहाल, किरण गोसावी फरार चल रहा है।
प्रभाकर का कहना था कि उसने ड्रग्स केस को रफा-दफा करने के लिए 25 करोड़ की डील की बात करते सुना था, जिसमें से 18 करोड़ पर डील फाइनल होनी थी और 8 करोड़ रुपए समीर वानखेडे़ (Sameer Wankhede) को दिए जाने थे। किरण गोसावी पेशे से डिटेक्टिव है और ड्रग्स केस में एनसीबी का गवाह भी है। प्रभाकर ने बताया कि वह किरण गोसावी का पर्सनल बॉडीगार्ड था। क्रूज पार्टी रेड के वक्त वह गोसावी के साथ थे। इस घटना के बाद से किरण गोसावी रहस्यमय तरीके से गायब हो गए, तब से उसकी जान को खतरा है।
वानखेडे़ की गिरेबां तक पहुंच सकते हैं मुंबई पुलिस के हाथ
अब मुंबई पुलिस बयान के आधार पर तय करेगी कि उसे मामले में FIR लिखनी है या नहीं। एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वालसे पाटिल (Dilip Walse-Patil) ने बयान दिया था कि अगर उनके पास कोई शिकायत आएगी तो कानूनी एक्शन लेंगे। इधर, प्रभाकर ने वसूली गैंग में किरण गोसावी और सैम डिसूजा के अलावा NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे़ का नाम भी लिया था। प्रभाकर की शिकायत और महाराष्ट्र के गृहमंत्री के बयान के मायने ये हैं कि अब वानखेडे़ के गिरेबां तक मुंबई पुलिस के हाथ पहुंच सकते हैं। खास बात ये भी है कि ये बयान तब दर्ज किए गए हैं, जब NCB ने लगाए गए आरोपों की जांच के लिए आज दोपहर 12 बजे प्रभाकर सैल को बुलाया है।
25 करोड़ से शुरुआत, 18 करोड़ में डील फिक्स, इसमें 8 करोड़ वानखेड़े को?
प्रभाकर ने हलफनामे में सैम डिसूजा (Sam DSouza) नाम के एक शख्स का भी जिक्र किया है। प्रभाकर का कहना था कि एनसीबी दफ्तर के बाहर सैम डिसूजा से उनकी मुलाकात हुई थी। उस वक्त वह किरण गोसावी से मिलने पहुंचे थे। दोनों एनसीबी दफ्तर से लोअर परेल के पास बिग बाजार के पास अपनी कारों से आए थे। ये भी दावा किया है कि गोसावी ने सैम नाम के शख्स से फोन पर 25 करोड़ रुपए से डील शुरू की और 18 करोड़ में फिक्स करने की बात करते रहे। उन्होंने इसमें 8 करोड़ रुपए समीर वानखेडे़ को देने की भी बात कही है।
बता दें कि समीर वानखेडे़ मुंबई क्रूज से ड्रग्स जब्त किए जाने के मामले की जांच कर रहे हैं, जिसमें बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान (Shahrukh Khan) के बेटे आर्यन खान समेत कई अन्य को गिरफ्तार किया गया है। वानखेडे़ पर महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक की तरफ से फर्जी बर्थ और कास्ट सार्टिफिकेट लगाकर नौकरी पाने का भी आरोप लगाया गया है। इस मामले की जांच विजिलेंस के जरिए की जाएगी। हालांकि, समीर वानखेडे़ ने नवाब मलिक के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है।