सार

काम वाली मौसी का विजिटिंग कार्ड वायरल होने के बाद लगातार उनका फोन बज रहा है। देशभर के लोग मौसी को काम देना चाह रहे हैं। मौसी ने अपना फोन शिंदे को दे दिया है ताकि वह बेहतर तरीके से लोगों से बात कर सके।  
 

पुणे. विजिटिंग कार्ड के जरिए काम ढूढ़ रही कामवाली बाई इंटरनेट पर नई सनसनी है। पुणे के बावधन इलाके में घरेलू काम करने वाली गीता काले की हाल ही में नौकरी छूट गई थी। नौकरी छूटने के बाद गीता दुखी और उदास थी। गीता ने एक काम देने वाली महिला से बात की और उसकी छोटी सी मदद से गीता अब पूरे देश में चर्चित हो चुकी हैं। 

गीता का "घर काम मौसी इन बावधन" नाम से एक विजिटिंग कार्ड बना था, जिसमें उनके हर काम का जिक्र था और उसका रेट भी लिखा हुआ था। यह विजिटिंग कार्ड आधार कार्ड से भी वेरिफाइड था। शिंदे ने यह कार्ड तब बनवाया था, जब उसे पता चला कि गीता का काम छूट गया है और वह बहुत निराश है। गीता का विजिटिंग कार्ड देशभर में वायरल हो चुका है। 

24 घंटे के अंदर ही शिंदे ने गीता के 100 विजिटिंग कार्ड बनवा दिए। इस कार्ड में गीता का हर काम और उनका रेट भी लिखा हुआ था। इसके बाद शिंदे ने ये सभी कार्ड गीता को दे दिए और पड़ोस में बांटने को कहा। 

शिंदे की यह छोटी सी कोशिश उम्मीद से कहीं अधिक काम कर गई और अब पूरा देश गीता को काम देना चाहता है। गीता के विजिटिंग कार्ड की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और इसके बाद से लगातार उनका फोन बज रहा है और लोग उनको काम देना चाह रहे हैं। शिंदे ने बाद में कहानी को फिर से लिखा, जिसे क्रिएटिवमैन की संस्थापक अस्मिता जावडेकर ने शेयर किया था।

पोस्ट के मुताबिक "मौसी का फोन लगातार बज रहा है और नौकरी के प्रस्ताव पूरे देश से आ रहे हैं। गीता काले ने अपना फोन शिंदे को दिया है ताकि वे "लगातार आ रहे फोन कॉल्स को मैनेज कर सकें"।

गीता काले का कार्ड वायरल होने के बाद उनसे बात करने की भी कोशिश की पर फिलहाल उनका फोन बंद आ रहा है।