सार
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि लोकसभा की उत्पादकता 103 प्रतिशत रही। 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में 539 सदस्यों ने शपथ ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर 18 घंटे चर्चा हुई।
18th Lok Sabha first session ended: राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर पीएम मोदी के वक्तव्य के साथ 18वीं लोकसभा के पहले सत्र का समापन हो गया। पहले सत्र में लोकसभा की 7 बैठकें हुई जो 30 घंटे 40 मिनट तक चलीं। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि लोकसभा की उत्पादकता 103 प्रतिशत रही। 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में 539 सदस्यों ने शपथ ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर 18 घंटे चर्चा हुई। 68 सांसदों ने चर्चा में भाग लिया।
24 जून को शुरू हुई 18वीं लोकसभा
लोकसभा चुनाव 2024 के बाद 18वीं लोकसभा का गठन किया गया। 24 जून 2024 को शुरू हुई 18वीं लोकसभा का मंगलवार को समापन हो गया। ओम बिरला ने बताया कि 24 जून 2024 को शुरू पहले सत्र में 7 मीटिंग्स हुई। सत्र लगभग 30 घंटे 40 मिनट तक चला। सत्र के दौरान लोकसभा ने 103 प्रतिशत उत्पादकता दर्ज की। सत्र के दौरान 539 सदस्यों ने शपथ ली।
दूसरी बार स्पीकर बनने पर दिया धन्यवाद
पहले सत्र के दौरान 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव हुआ। स्पीकर चुनाव के इतिहास में पहली बार विपक्ष ने अपना प्रत्याशी उतारा। डिप्टी स्पीकर पद, सत्तापक्ष द्वारा पारंपरिक रूप से विपक्ष को नहीं दिए जाने के विरोध में विपक्ष ने स्पीकर प्रत्याशी के रूप में के.सुरेश को मैदान में उतारा। हालांकि, प्रतिकात्मक विरोध करने के बाद चुनाव वाले दिन विपक्ष ने आसानी से ओम बिरला को स्पीकर चुन लेने जाने दिया। स्पीकर चुनाव का उल्लेख करते हुए ओम बिरला ने सत्र समापन के दौरान आभार जताया। उन्होंने ध्वनि मत से दूसरी बार अध्यक्ष चुने जाने के लिए आभार व्यक्त किया।
राष्ट्रपति का अभिभाषण और धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा
लोकसभा अध्यक्ष चुनाव के बाद पीएम मोदी ने अपने नए मंत्रिपरिषद का परिचय सदन से कराया। ओम बिरला ने सदन को बताया कि 27 जून 2024 को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा 18 घंटे से अधिक समय तक चली और 68 सदस्यों ने चर्चा में भाग लिया। इसके अलावा 25 सांसदों ने अपने भाषण दिए। 2 जुलाई 2024 को प्रधान मंत्री के उत्तर के साथ चर्चा समाप्त हुई। राहुल गांधी को 27 जून 2024 को लोकसभा में विपक्ष का नेता नियुक्त किया गया।
41 मामले उठाए गए
ओम बिरला ने बताया कि पहले सत्र में नियम 377 के तहत कुल 41 मामले उठाए गए। जबकि निर्देश 73ए के तहत 03 वक्तव्य दिए गए। इसके अलावा सत्र के दौरान 338 पत्र रखे गए।
सत्र समापन के दौरान ओम बिरला ने सांसदों की शपथ और स्पीकर के चुनाव तक कार्यवाही सुचारू संचालन के लिए प्रोटेम स्पीकर भर्तहरि महताब का आभार जताया। इसके अलावा प्रधान मंत्री, संसदीय कार्य मंत्री, दलों के नेताओं और सदन के सदस्यों को भी धन्यवाद दिया।
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