सार

नेवल डॉकयार्ड मुंबई पर आज एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है. INS रणवीर के एक आंतरिक कंपार्टमेंट में विस्फोट में नौसेना के 3 कर्मियों की जान चली गई। जहाज के चालक दल ने स्थिति को तुरंत नियंत्रित किया. इस बात की जानकारी भारतीय नौसेना के अधिकारी ने दी. 
 

मुंबई। मुंबई में नेवल डॉकयार्ड पर एक बड़ा हादसा हो गया है। इस हादसा में भारतीय नौसेना के तीन कर्मचारियों की मौत हो गई है। यह हादसा आईएनएस रणवीर पर हुआ है। इस हादसे में तीन लोग घायल भी बताए जा रहे हैं। इस बात की जानकारी भारतीय नौसेना के अधिकारी ने दी है।  बताया जा रहा है कि  आईएनएस रणवीर के आतंरिक कंपार्टमेंट में विस्फोट हुआ है। जानकारी के मुताबिक, जहाज के चालक दल ने स्थिति को तुरंत नियंत्रित कर लिया। अधिकारियों ने कहा कि घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बोर्ड ऑफ इंक्वायरी के आदेश
रक्षा सूत्रों की मानें तो इस विस्फोट का हथियारों या गोला-बारूद के विस्फोट से कोई लेना-देना नहीं है। हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए बोर्ड ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं। आईएनएस रणवीर  नवंबर 2021 से पूर्वी नौसेना कमान से क्रॉस कोस्ट ऑपरेशनल तैनाती पर था और जल्द ही बेस पोर्ट पर लौटने वाला था। 

1986 में भारतीय नौसेना में शामिल हुआ था आईएनएस रणवीर 

आईएनएस रणवीर 28 अक्टूबर 1986 को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। यह 30 अधिकारियों और 310 नाविकों के एक दल द्वारा संचालित है और हथियारों और सेंसर से लैस है। इसमें सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल, विमान भेदी और मिसाइल रोधी बंदूकें और टारपीडो और पनडुब्बी रोधी रॉकेट लांचर हैं।

आईएनएस रणवीर, रणवीर वर्ग का पहला विध्वंसक है जिसे भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। जहाजों को पूर्व सोवियत संघ में बनाया गया था। रणवीर श्रेणी के जहाजों की भूमिका में पनडुब्बियों, कम उड़ान वाले विमानों और क्रूज मिसाइलों के खिलाफ वाहक टास्क फोर्स रक्षा के लिए विमान-रोधी और पनडुब्बी-रोधी युद्ध जैसी सुरक्षा शामिल है। वर्तमान नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरिकुमार ने अपने करियर की शुरूआत में इस जहाज की कमान संभाल चुके हैं। 

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