सार

अब चीन और पाकिस्तान बॉर्डर की निगरानी के लिए अमेरिका से ड्रोन खरीदे जाएंगे। भारत अमेरिका से रक्षा बलों के लि 97 ड्रोन खरीदने जा रहा है। 

नेशनल डेस्क। भारत अपने रक्षा तंत्र को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहा है। सीमा पर लगातार बढ़ रही गतिविधियों को देखते हुए अब भारत ने बड़ा निर्णय लिया है। ऐसे में अब चीन और पाकिस्तान की सीमा की निगरानी ड्रोन से की  जाएगी। ये हाईटेक ड्रोन अमेरिका से मंगवाए जाएंगे। अमेरिका से भारत कुल 97 ड्रोन खरीदने जा रहा है।

मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट के तहत भारत अमेरिका से हाईटेक ड्रोन खरीदने जा रहा है। इसकी एक्वीजीशन में ट्रेड एजेंसी इंडियन एयर फोर्स होगी जिसे 97 में से सबसे अधिक 40 ड्रोन मिलेंगे। सीमा पर हो रही घुसपैठ को रोकने लिए केंद्र सरकार की ओर से बड़ी फैसला लिया गया है। भारत अपने निगरानी तंत्र को मजबूत करने के लिए सेना के ज्वाइंट एक्वीजीशन प्लान के तहत ड्रोन खरीदने जा रहा है। 

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10 हजार करोड़ में खरीदे जाएंगे ड्रोन
भारत सुरक्षा तंत्र को लेकर किसी भी तरह की ढील नहीं देने वाला है। इसके लिए अमेरिका से 97 ड्रोन खरीने का प्रस्ताव सरकार की ओर से तैयार किया गया है। रक्षा मंत्रालय की ओर से जल्द ही इसे संबंध में मंजूरी दिए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। 97 ड्रोन की खरीद में करीब 10 हजार करोड़ का खर्च आएगा। बेहद हाईटेक  तकनीक और सुविधाओं ओर तंत्रों से लैस यह ड्रोन दूर से भी बॉर्डर पर होने वाली गतिविधि पर नजर ऱख सकेंगे। इसके साथ ही ड्रोन के उड़ान भरने की रेंज भी सामान्य से अधिक होगी। 

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प्रडेटर ड्रोन हाई एल्टीच्यूड लॉन्ग एड्योरेंस कैटेगरी में होंगे जबकि ये नए ड्रोन मिडिल रेंज की उंचाई के लिए लॉन्ग एड्योरेंस कैटेगरी में होंगे। इससे भारत और पाक सीमा पर बेहतर तरीके से निगरानी रखी जा सकेगी।