सार

महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए एक हफ्ते से ज्यादा समय हो गया। लेकिन सरकार को लेकर एक राय नहीं बन पा रही है। बीजेपी-शिवसेना के बीच सीएम पद को लेकर खींचतान तेज होती नजर आ रही है। इस बीच राज्य के कई हिस्सों में ऐसे पोस्टर देखने को मिले हैं जिनमें आदित्य ठाकरे को भावी मुख्यमंत्री करार दिया गया है। मुंबई में हाल ही में उद्धव ठाकरे के घर के बाहर पोस्टर लगे दिखे हैं। जिसमें साफतौर पर लिखा है कि महाराष्ट्र के सीएम केवल आदित्य ठाकरे ही होंगे। इससे पहले आदित्य के सीएम पद के समर्थन में वर्ली में भी पोस्टर लगे थे।

मुंबई. महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आए एक हफ्ते से ज्यादा समय हो गया। लेकिन सरकार को लेकर एक राय नहीं बन पा रही है। बीजेपी-शिवसेना के बीच सीएम पद को लेकर खींचतान तेज होती नजर आ रही है। इस बीच राज्य के कई हिस्सों में ऐसे पोस्टर देखने को मिले हैं जिनमें आदित्य ठाकरे को भावी मुख्यमंत्री करार दिया गया है। मुंबई में हाल ही में उद्धव ठाकरे के घर के बाहर पोस्टर लगे दिखे हैं। जिसमें साफतौर पर लिखा है कि महाराष्ट्र के सीएम केवल आदित्य ठाकरे ही होंगे। इससे पहले आदित्य के सीएम पद के समर्थन में वर्ली में भी पोस्टर लगे थे।

दोनों पार्टी को मिले ढाई-ढाई साल सरकार चलाने का मौका
आदित्य ठाकरे से मिले शिवसेना के नवनिर्वाचित विधायकों ने बाहर निकले पार्टी के नेता प्रताप सरनाईक ने कहा, “हमारी बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जैसे अमित शाह जी ने लोकसभा चुनावों से पहले 50-50 फार्मूले का वादा किया था, उसी तरह दोनों सहयोगी दलों को ढाई-ढाई वर्षों के लिए सरकार चलाने का मौका मिलना चाहिए। इसलिए शिवसेना के एक व्यक्ति को भी सीएम बनना चाहिए। उद्धव को बीजेपी से लिखित में यह आश्वासन मिलना चाहिए।”

कांग्रेस-एनसीपी और सहयोगियों ने जीती 117 सीट
बता दे कि इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-एनसीपी और सहयोगियों ने मिलकर 288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में 117 सीट हासिल की हैं। जबकि बीजेपी -शिवसेना ने संयुक्त रूप से 161 सीटों पर जीत हासिल की हैं। वर्तमान में बीजेपी की ओर से देवेंद्र फडणवीस सीएम हैं।

पहली बार लड़ा चुनाव
महाराष्ट्र के चुनाव में सर्वाधिक चर्चित युवा चेहरे के रूप में इस बार आदित्य ठाकरे का नामा उभर कर सामने आया है। उन्होंने पहली बार चुनाव लड़कर ठाकरे परिवार की परंपरा को बदला है। शिवसेना के 53 साल के इतिहास में ठाकरे परिवार से आज तक कोई भी चुनाव में नहीं उतरा था। चर्चा है कि इस बार वह राज्य के मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री बन सकते हैं।