सार
भारत का पहला सोलर मिशन आदित्य एल-1 को बीते 2 सितंबर 2023 को लांच किया गया था। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने बड़ी खुशखबरी देते हुए कहा कि यह मिशन कामयाबी की तरफ बढ़ रहा है।
Aditya L1 Mission. इसरो ने 2024 के पहले ही दिन बड़ी कामयाबी हासिल की और ब्लैक होल्स के रहस्यों से पर्दा उठाने के लिए सफलतापूर्वक सैटेलाइट लांच किया। इस मौके पर इसरो चीफ एस सोमनाथ ने एक और बड़ी खुशखबरी दी है। उन्होंने कहा कि भारत का पहला और इकलौता सोलर मिशन आदित्य एल1 आने वाली 6 जनवरी को अपने लक्ष्य तक पहुंच जाएगा। जैसा कि आप जानते हैं आदित्य एल1 को 2 सितंबर 2023 को इसरो ने लांच किया था।
6 जनवरी को डेस्टिनेशन पहुंचेगा आदित्य एल1
इसरो चीफ ने कहा कि आदित्य एल1 6 जनवरी को अपनी सही जगह पर पहुंच जाएगा। इसरो चीफ ने कहा कि एक्सपोसेट को ब्लैक होल्स के रहस्यों की जांच करेगा और यह भारत के लिए सबसे बड़ी कामयाबी होगी। इससे पहले सिर्फ नासा ने ही यह करिश्मा किया था। इसरो चीफ ने कहा कि इस साल यानि 2024 में भारत की तरफ से 12-14 मिशन लांच किए जाएंगे। हमने 12 महीनों के लिए करीब 12 मिशन की प्लानिंग की है। इसके लिए हार्डवेयर की कंप्लीट टेस्टिंग की जा रही है। अगर कहीं कोई दिक्कत आती है, तभी हमारा मिशन पिछड़ेगा। नहीं तो यह सही समय पर लांच किए जा सकते हैं।
गगनयान के बारे में क्या बोले इसरो चीफ
इसरो चीफ एस सोमनाथ ने गगनयान मिशन के बारे में कहा कि हम इसे 2025 में लांच करने वाले हैं। अभी इस मिशन के लिए टेस्टिंग की जा रही है और पूरी तरह से आश्वस्त होने के बाद ही हम इसकी लांचिंग करेंगे। 2024 का पूरा साल गगनयान मिशन की तैयारियों में गुजरने वाला है।
ब्लैक होल्स की जांच करेगा सैटेलाइट
ब्लैक होल्स मिशन की सफल लांचिंग के बाद इसरो के वैज्ञानिक और चीफ एस सोमनाथ ने बताया कि पीएसएलवी-58 ने सैटेलाइट को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया है। उन्होंने बताया कि इस कक्षा के बाद पीएसएवी लोवर ऑरबिट में स्थापित हो जाएगा। कुछ समय के बाद यह काम करना भी शुरू कर देगा। सोमनाथ ने बताया कि पृथ्वी की कक्षा से यह करीब 650 किलोमीटर दूर है और हमारा टार्गेट ऑरबिट भी इससे करीब 3 किलोमीटर ही दूर है। यह एक्सिलेंट कंडीशन है। भारत का सैटेलाइट सफलतापूर्वक अपनी कक्षा में स्थापित हो चुका है।
यह भी पढ़ें