सार

मौसम में बदलाव के चलते दिल्ली में वायु प्रदूषण(Delhi air pollution) में थोड़ी कमी आई है। SAFAR के मुताबिक दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बुधवार को 269 (खराब श्रेणी में) है। हालांकि इसमें पहले की अपेक्षा सुधार हुआ है। इस बीच आजकल में हवाओं की स्पीड बढ़ने से प्रदूषण में और सुधार की उम्मीद है।

नई दिल्ली. मौसम विभाग(IMD) के अनुसार, दिल्ली में आज बादल छाए रहेंगे। हवा की स्पीड भी 30 से 40 किमी प्रति घंटा हो सकती है। साथ ही बारिश का भी अलर्ट है। मौसम में बदलाव के चलते दिल्ली में वायु प्रदूषण(Delhi air pollution) में थोड़ी कमी आई है। SAFAR के मुताबिक दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बुधवार को 269 (खराब श्रेणी में) है। हालांकि इसमें पहले की अपेक्षा सुधार हुआ है। इस बीच आजकल में हवाओं की स्पीड बढ़ने से प्रदूषण में और सुधार की उम्मीद है।

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पहले ही उम्मीद जताई थी
IMD ने पहले ही उम्मीद जताई थी कि दिल्ली में 9 फरवरी को बारिश की उम्मीद है। इसे हवा की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। IMD का पूर्वानुमान है कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता की वजह से अगले 24 घंटे में जम्मू, लद्दाख, हिमाचल व पंजाब में बारिश होने की संभावना हो सकती है। वहीं, आगामी 9 फरवरी को दिल्ली-NCR में बारिश के आसार हैं।

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क्या है एयर क्वालिटी इंडेक्स
वायु प्रदूषण का मतलब हवा में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड और अन्य गैसों व धूलकणों के विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा तय किए गए मापदंड से अधिक होना है। वायु प्रदूषण के सूचकांक को संख्या में बदलकर एयर क्वालिटी इंडेक्स बनाया जाता है। इससे पता चलता है कि हवा कितनी शुद्ध या खराब है। एयर क्वालिटी इंडेक्स के छह कैटेगरी हैं।

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अच्छा (0–50)- इसका मतलब है कि हवा साफ है। इससे सेहत पर खराब असर नहीं पड़ेगा। 

संतोषजनक (51–100)- संवेदनशील लोगों को सांस लेने में मामूली दिक्कत हो सकती है।

मध्यम प्रदूषित (101–200)- अस्थमा जैसे फेफड़े की बीमारी वाले लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। हृदय रोग वाले लोगों, बच्चों और बुजुर्गों को परेशानी हो सकती है। 

खराब (201–300)- लंबे समय तक संपर्क में रहने वाले लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। हृदय रोग वाले लोगों को परेशानी हो सकती है।

बहुत खराब (301–400)- लंबे समय तक संपर्क में रहने वाले लोगों में सांस की बीमारी हो सकती है। फेफड़े और हृदय रोग वाले लोगों में प्रभाव अधिक स्पष्ट हो सकता है।

गंभीर रूप से खराब  (401-500) - स्वस्थ लोगों में भी श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। 

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