तमिलनाडु के कोविलुर में एक शिव मंदिर की मरम्मत के दौरान 103 सोने के सिक्के मिले। चोल काल के माने जा रहे ये सिक्के मिट्टी के बर्तन में दबे थे। अधिकारी अब इनके इतिहास की जांच कर रहे हैं।

तमिलनाडु, पांड्य और चोल राजाओं का एक खास केंद्र हुआ करता था। आज भी तमिलनाडु में शान से खड़े कई मंदिर चोल राजाओं के समय में ही बनाए गए थे। अपनी मूर्तिकला और बनावट की वजह से ये मंदिर आज भी दुनिया का ध्यान खींचते हैं। मंदिरों की कई दुर्लभ धातु की मूर्तियां ब्रिटिश काल में विदेश चली गईं। लेकिन, हाल ही में तमिलनाडु के एक मंदिर की मरम्मत के दौरान सोने का खजाना मिलने से सब हैरान रह गए।

कोविलुर का सोने का खजाना

तमिलनाडु के कोविलुर में एक शिव मंदिर की मरम्मत के दौरान सोने का खजाना मिला है। मंदिर के गर्भगृह की मरम्मत के काम के दौरान, मिट्टी के एक बर्तन में दबे हुए 103 पुराने सोने के सिक्के मिले। यह अनोखी खोज 3 नवंबर को हुई। पोलुर पुलिस स्टेशन के एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि सोमवार को निर्माण कार्य के दौरान मिट्टी के बर्तन से लगभग 103 सोने के सिक्के मिले।

चोल काल जितना पुराना

माना जाता है कि यह मंदिर कई सदियों पुराना है और इसे चोल राजा राजराजा चोल तृतीय के शासनकाल में बनाया गया था। पुलिस ने बताया कि राजस्व विभाग और हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गई है और वे सिक्कों का इतिहास पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।