Rajasthan Silica Discovery: सवाई माधोपुर और करौली में उच्च गुणवत्ता वाली सिलिका सैंड के विशाल भंडार मिले हैं। यह खोज ग्लास, सोलर पैनल और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे उद्योगों के लिए गेमचेंजर साबित होगी, जिससे स्थानीय रोजगार और निवेश के नए रास्ते खुलेंगे।
Rajasthan Silica Discovery :राजस्थान के सवाई माधोपुर और करौली जिले एक बार फिर से खनिज संपदा के मामले में सुर्खियों में आ गए हैं। जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) की हालिया सर्वे रिपोर्ट में इन क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाली सिलिका सैंड के विशाल भंडार की पहचान हुई है। इस खोज को राजस्थान के औद्योगिक और आर्थिक भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
राजस्थान खनन और खनिज में बनेगा नंबर-1
- रिपोर्ट के अनुसार, यहां मिली सिलिका सैंड की शुद्धता इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के अनुरूप है। यही कारण है कि इसका उपयोग ग्लास इंडस्ट्री, सोलर पैनल निर्माण और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग में बड़े पैमाने पर किया जा सकेगा। फिलहाल भारत अपनी जरूरत का बड़ा हिस्सा अन्य राज्यों से मंगाने के साथ-साथ आयात पर निर्भर करता है। ऐसे में यह खोज न सिर्फ आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि राजस्थान को भी खनन और खनिज क्षेत्र में अग्रणी बनाएगी।
- विशेषज्ञों का मानना है कि सिलिका सैंड की बढ़ती वैश्विक मांग को देखते हुए यह भंडार रणनीतिक रूप से बेहद अहम साबित होगा। खासकर नवीकरणीय ऊर्जा और सोलर पैनल उद्योग में सिलिका सैंड की खपत तेजी से बढ़ रही है। राजस्थान में पहले से ही सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स पर काम हो रहा है, ऐसे में यह खोज राज्य के औद्योगिक परिदृश्य को और मजबूत कर सकती है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि यहां की सिलिका सैंड का रंग और कण आकार उद्योग मानकों के अनुरूप है। इसका मतलब यह है कि खनन के बाद सीधे औद्योगिक उपयोग के लिए इसे तैयार किया जा सकता है। इससे खनन उद्योग में निवेश और रोजगार की नई संभावनाएं खुलेंगी।
- विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सरकार इस खोज का सही उपयोग करती है तो राजस्थान खनिज आधारित उद्योगों का हब बन सकता है। इससे न केवल स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था में भी बड़ा योगदान होगा।
- इस खोज को लेकर उद्योग जगत में उत्साह है और विशेषज्ञ मानते हैं कि आने वाले वर्षों में सिलिका सैंड खनन और इससे जुड़े उद्योगों के कारण सवाई माधोपुर और करौली जिले आर्थिक दृष्टि से और अधिक मजबूत हो जाएंगे।
