सार
1949 के बाद से पहली बार सेना दिवस पर आयोजित होने वाले परेड को दिल्ली से बाहर किया गया। परेड का आयोजन बेंगलुरु में हुआ। इसमें सेना के जवानों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए।
बेंगलुरु। आज आर्मी दिवस (Army Day) मनाया जा रहा है। आज ही के दिन 1949 में फील्ड मार्शल कोडंडेरा एम. करियप्पा भारत के पहले मुख्य कमांडर बने थे। 1949 से ही इस दिन की याद में सेना द्वारा खास परेड का आयोजन किया जा रहा है। अब तक यह परेड दिल्ली में होता था। पहली बार इस परंपरा को तोड़ते हुए आयोजन दिल्ली की जगह बेंगलुरु में किया गया। परेड के दौरान बाइक स्टंट, स्काईडाइविंग और बैंड डिस्प्ले जैसे शानदार सैन्य प्रदर्शन किए गए।
इस साल आयोजित हो रहे परेड के बारे पढ़ें 5 प्वाइंट्स
1- इस साल 75वां आर्मी डे मनाया जा रहा है। सेना दिवस परेड का आयोजन बेंगलुरु के मद्रास इंजीनियर ग्रुप एंड सेंटर में किया गया। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने परेड की समीक्षा की।
2- यह पहली बार है कि सेना दिवस परेड दिल्ली से बाहर किया जा रहा है। 1949 से दिल्ली छावनी में स्थित करियप्पा परेड ग्राउंड में इसका आयोजन होता आया है। पिछले साल इंडियन एयर फोर्स की वार्षिक परेड को भी दिल्ली के पास स्थित हिंडन एयरबेस के बदले चंडीगढ़ में किया गया था।
3- सेना दिवस संध्या समारोह बेंगलुरु में आर्मी सर्विस कॉर्प्स सेंटर एंड कॉलेज में दोपहर 2:30 बजे आयोजित किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। समारोह भारतीय सेना की दक्षिणी कमान की देखरेख में होगा। इसका मुख्यालय पुणे में है।
4- परेड के दौरान एएससी टोरनेडोज टीम द्वारा मोटरसाइकिल स्टंट, पैराट्रूपर्स द्वारा स्काईडाइविंग और आर्मी एविएशन के हेलीकॉप्टरों द्वारा फ्लाईपास्ट किया गया। इसके अलावा माइक्रोलाइट फ्लाइंग, टेंट पेगिंग, डेयरडेविल जंप, बैंड डिस्प्ले, तायक्वोंडो और अन्य मार्शल आर्ट डिस्प्ले किया गया।
यह भी पढ़ें- Indian Army Day: भारत के पास है दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सेना, रेगिस्तान से लेकर ग्लेशियर तक करते हैं निगरानी
5- फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने 1949 में अंग्रेजों से भारतीय सेना की कमान संभाली थी। उस दिन को मनाने के लिए हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है। वह सेना का नेतृत्व करने वाले पहले भारतीय थे।
यह भी पढ़ें- 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा भारत, अभी है 5वां स्थान