सार

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स की यह ग्रीनफील्ड फैक्ट्री है। यह करीब 615 एकड़ के एरिया में फैली है। यहां अगले 20 साल में 3 से 15 टन क्लास के 1000 से अधिक हेलिकॉप्टरों का उत्पादन किया जाएगा।

Asia's biggest helicopter factory: भारत की विकास यात्रा में सोमवार 6 फरवरी को एक बड़ी उपलब्धि जुड़ गई। पीएम नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के तुमकुरु में एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर फैक्ट्री का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फैक्ट्री का उद्घाटन करते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार की वजह से कर्नाटक दुनिया के इन्वेस्टर्स की पहली पसंद बना। कर्नाटक युवा टैलेंट वाला राज्य है। अब यह क्षेत्र विकास की रफ्तार पकड़ेगा। पीएम मोदी ने कहा कि 2014 के पहले जितना निवेश स्पेस सेक्टर में हुआ उसका पांच गुना सिर्फ 8 सालों में हो चुका है। 

सच सामने आ रहा है...

पीएम मोदी ने कहा कि यही एचएएल है जिसे बहाना बनाकर हमारी सरकार पर तरह-तरह के झूठे आरोप लगाए गए थे। राफेल जेट को लेकर लोगों को भड़काया गया और संसद का समय बर्बाद किया गया। झूठ कितना भी बड़ा क्यों न हो, अंततः उसकी हार ही होती है। एचएएल की ये हेलिकॉप्टर फैक्ट्री, एचएएल की बढ़ती ताकत बहुत से पुराने झूठों और झूठे आरोप लगाने वालों का पर्दाफाश कर रही है। यह फैक्ट्री विपक्ष के आरोपों का जवाब है। सच आज सामने आ रहा है।

तुमकुरु में एचएएल (Hindustan Aeronautics Limited) की बनी इस हेलीकॉप्टर फैक्ट्री में अगले 20 सालों में एक हजार से अधिक हेलीकॉप्टर्स का निर्माण किया जाएगा। इस फैक्ट्री की वजह से छह हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकेगा।

यहां हेलीकॉप्टर्स की सर्विसिंग व ओवरहॉलिंग भी हो सकेगी

तुमकुरु की फैक्ट्री में एचएएल द्वारा शुरू में लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (एलयूएच) का उत्पादन किया जाएगा। एलयूएच तीन टन क्लास का बहुउद्देशीय हेलिकॉप्टर है। इसमें एक इंजन लगा है। आने वाले दिनों में यहां एचएएल के अन्य हेलिकॉप्टरों जैसे लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर (एलसीएच) और इंडियन मल्टीरोल हेलिकॉप्टर (आईएमआरएच) का निर्माण होगा। यहां भविष्य में एलसीएच, एलयूएच, सिविल एएलएच और आईएमआरएच की मरम्मत और ओवरहॉलिंग भी होगी।

ग्रीनफील्ड फैक्ट्री 615 एकड़ में है फैली

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स की यह ग्रीनफील्ड फैक्ट्री है। यह करीब 615 एकड़ के एरिया में फैली है। यहां अगले 20 साल में 3 से 15 टन क्लास के 1000 से अधिक हेलिकॉप्टरों का उत्पादन किया जाएगा। इससे लगभग 6000 लोगों को रोजगार मिलेगा और 4 लाख करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार होगा। इस फैक्ट्री के लगाए जाने के बाद भारत हेलीकॉप्टर्स निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सकेगा। यह फैक्ट्री भारत से सैन्य और असैन्य हेलिकॉप्टर के निर्यात को बढ़ावा देगी।

हर साल 30 हेलीकॉप्टर्स का होगा निर्माण...

जानकारों की मानें तो तुमकुरु की फैक्ट्री में पहले हर साल 30 हेलिकॉप्टर का निर्माण होगा। धीरे-धीरे निर्माण क्षमता तो 60 हेलिकॉप्टर प्रति साल से 90 हेलिकॉप्टर प्रति साल तक बढ़ाया जाएगा। फैक्ट्री में हेली-रनवे, फ्लाइट हैंगर, फाइनल असेंबली हैंगर, स्ट्रक्चर असेंबली हैंगर, एयर ट्रैफिक कंट्रोल जैसी सुविधाएं हैं।

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