सार
'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत 8-16 अप्रैल, 2022 के बीच नॉर्थ ईस्ट ऑन व्हील्स (नया) अभियान का कार्यक्रम है। यह जानकारी संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी(Minister of State for Culture and External Affairs Meenakshi Lekhi) ने नई दिल्ली में एक मोटर-साइकिल अभियान की शुरुआत के दौरान दी।
नई दिल्ली.संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी(Minister of State for Culture and External Affairs Meenakshi Lekhi) ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 13 जनवरी को नई दिल्ली में एक मोटर-साइकिल अभियान की शुरुआत की। संस्कृति मंत्रालय और अमेजिंग नमस्ते फाउंडेशन संयुक्त रूप से इस अभियान का आयोजन कर रहा है। यह फाउंडेशन भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों की संस्कृति को बढ़ावा देने का काम करता है।
उत्तर-पूर्व की सम्पदा पर फोकस
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि उत्तर-पूर्व के पास जो संपदा है, उसे दिखाया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि अगर लोग एक होकर रहते हैं, तो एकता में विविधता बनी रहती है। 166 विभिन्न जनजातियों और परंपराओं वाले आठ राज्य हैं, जिनका संरक्षण इस देश का संविधान करता है। लेखी ने आगे कहा कि हम एक व्यक्ति, एक राष्ट्र हैं और हम विविधता का उत्सव मनाते हैं। राज्य मंत्री ने कहा, “आजादी का अमृत महोत्सव, देश में जो कुछ भी अच्छा है और जिसे हमारे लोगों ने संभाल कर रखा है, उसका उत्सव मनाने का एक अवसर है। इन सभी उत्सवों को वैश्विक मान्यता की जरूरत है।"
लेखी ने आगे कहा कि उत्तर-पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया का द्वार है, जिस पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने इस अभियान का आयोजन करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया और इस मिशन को आगे ले जाने वाले सभी 75 बाइकरों को शुभकामनाएं दीं।
नॉर्थ ईस्ट ऑन व्हील्स (नया) अभियान
'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत 8-16 अप्रैल, 2022 के बीच नॉर्थ ईस्ट ऑन व्हील्स (नया) अभियान का कार्यक्रम है। इस अभियान के लिए पूरे देश से 75 बाइकरों का चयन किया जाएगा और ये 6 समूह में यात्रा करते हुए उत्तर पूर्व क्षेत्र में लगभग 9000 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। यह अभियान पर्यटन मंत्रालय की देखो अपना देश पहल को भी बढ़ावा देने पर विशेष रूप से अपना ध्यान केंद्रित करेगा। वहीं, राइडर सड़क सुरक्षा के महत्व को बताने वाले संदेश भी प्रसारित करेंगे।
"लुक ईस्ट" नीति को बदलकर "एक्ट ईस्ट" नीति बनाने का भारत सरकार का निर्णय एक कार्रवाई संचालित कार्यवाही का संकेत है। उत्तर-पूर्व के राज्य अब परियोजनाओं, औद्योगिक गतिविधियों और आर्थिक संबंद्धता के अन्य उभरते क्षेत्रों जैसे, पर्यटन और लॉजिस्टिक्स आदि के बारे में बात कर रहे हैं। वहीं, इस क्षेत्र से खेल, उदयमिता और सामाजिक कार्यों में प्रतिनिधित्व करने वाले कई युवा आज पूरे देश में दूसरों के लिए एक रोल मॉडल हैं।
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