सार
पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने तृणमूल कांग्रेस(TMC) का दामन थाम लिया है। हाल में उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया गया था। इसके बाद से वे नाराज थे और BJP से इस्तीफा दे दिया था।
नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल की Politics से एक चौंकाने वाली खबर है। पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने तृणमूल कांग्रेस(TMC) का दामन थाम लिया है। हाल में उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया गया था। इसके बाद से वे नाराज थे और BJP से इस्तीफा दे दिया था। तृणमूल कांग्रेस(All India Trinamool Congress) ने tweet करके लिखा कि आज महासचिव (National General Secretary) की मौजूदगी में पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान सांसद बाबुल सुप्रीयो ने TMC ज्वाइन की। हालांकि पिछले महीने उन्होंने साफ कहा था कि वे किसी पार्टी में नहीं जाएंगे।
पहले राजनीति से संन्यास लेने का किया था ऐलान
केंद्रीय मंत्रिमंडल में हुए विस्तार और फेरबदल से हटाए गए बाबुल सुप्रीयो (Babul Supriyo) लगातार नाराज चल रहे थे। अगस्त में उन्होंने राजनीति से संन्यास तक लेने की घोषणा कर दी थी। 1 अगस्त को उन्होंने facebook पर एक पोस्ट शेयर करके लिखा था कि वे राजनीति से संन्यास ले रहे हैं और सांसद पद से भी त्याग पत्र दे रहे हैं। लेकिन बाद में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से मुलाकात के बाद उनका मन थोड़ा बदल गया था। तब उन्होंने कहा था कि वे अपने कुछ फैसलों पर अडिग हैं। वे सांसद के पद पर बने रहेंगे।
भबानीपुर विधानसभा उप चुनाव से पहले भाजपा को झटका
भवानीपुर में 30 सितंबर को by-elections होना है। यहां से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं। उनके खिलाफ भाजपा ने प्रियंका टिबरेवाल को अपना टिकट दिया है। इससे पहले बाबुल सुप्रियो के TMC ज्वाइन करने से भाजपा को झटका लगा है।
कुछ दिन पहले BJP विधायक हुए थे शामिल
कुछ दिन पहले ही कालीगंज से भाजपा विधायक सौमेन रॉय भी तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसी महीने तीन भाजपा विधायक तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। ये हैं-सौमेन रॉय के अलावा बागदा से भाजपा विधायक विश्वजीत दास और बांकुरा जिले के बिष्णुपुर से भाजपा विधायक तन्मय घोष। इससे पहले अगस्त में भाजपा नेता मुकुल रॉय TMC में चले गए थे।
TMC का दावा कई भाजपा विधायक उनके संपर्क में
हाल में भाजपा से TMC पहुंचे मुकुल रॉय ने दावा किया था कि भाजपा के 24 विधायक पार्टी छोड़कर उनके साथ आने को तैयार बैठे हैं। बता दें विधानसभा चुनाव हारने के बाद पश्चिम बंगाल में भाजपा लगातार कमजोर हो रही है।