सार
सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने मुख्यमंत्री को बताया कि बैग में रखे IED के अलावा परिसर में कोई और IED नहीं मिला। सिद्धारमैया ने कहा कि जिस व्यक्ति ने कैफे के अंदर बैग रखा, उसने कैश काउंटर से एक टोकन लिया था।
बेंगलुरु। बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार (1 मार्च) को दोपहर में बम ब्लास्ट हुआ था। इस ब्लास्ट में कम से कम दस लोग घायल हो गए थे। इस मामले की जांच में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। बेंगलुरु पुलिस ने डीजे हल्ली इलाके से एक व्यक्ति को रामेश्वरम कैफे बम ब्लास्ट में हिरासत में लिया है। पुलिस उससे रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले के संबंध में पूछताछ कर रही है।
इससे पहले पुलिस ने बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में CCTV कैमरे में टोपी, चश्मा और मास्क पहने एक संदिग्ध व्यक्ति की पहचान की थी। पुलिस सूत्रों ने कहा कि उस व्यक्ति की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसने अपना चेहरा आंशिक रूप से छिपा रखा था। बता दें कि संदिग्ध ने रेस्तरां में प्रवेश किया और जाने से पहले नाश्ता किया। रेस्तरां के हाथ धोने वाले क्षेत्र के पास छोड़े गए एक बड़े बैग के अंदर रखे टिफिन बॉक्स बैग में आईईडी था, जिससे विस्फोट हुआ।
इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पुष्टि की कि विस्फोट IED के कारण हुआ था। इसके लिए जिम्मेदार एक व्यक्ति ने कैफे के अंदर डिवाइस से भरा एक बैग रखा था। उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि CCTV से आरोपी की पहचान हो गई है। उनके मुताबिक आरोपी की उम्र करीब 28 से 30 साल है। आरोपी ने कैफे में रवा इडली का कूपन लिया लेकिन बिना खाए चला गया। उपमुख्यमंत्री ने कहा, उन्होंने अपना बैग छोड़ दिया, जिसमें कथित तौर पर आईईडी था।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने मुख्यमंत्री को बताया कि बैग में रखे IED के अलावा परिसर में कोई और IED नहीं मिला। सिद्धारमैया ने कहा कि जिस व्यक्ति ने कैफे के अंदर बैग रखा, उसने कैश काउंटर से एक टोकन लिया था। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर कैशियर से पूछताछ की जा रही है। समाचार एजेंसी PTI की रिपोर्ट के अनुसार मुख्यमंत्री से पूछा गया कि क्या ब्लास्ट एक आतंकवादी हमला था। इस पर उन्होंने कहा कि अभी तक इसके बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन जांच जारी है।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बीजेपी पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि ये कोई बड़े पैमाने का विस्फोट नहीं था। ये एक छोटा विस्फोट था। ऐसी चीजें पहले भी हुई है, ऐसा नहीं होना चाहिए था। बीजेपी के शासन में मंगलुरु में ऐसा विस्फोट हो चुका है। हमारी सरकार के दौरान ये पहली ऐसी घटना है। बाकी हाल के दिनों में इस घटना के अलावा इस तरह के विस्फोट नहीं हुए हैं।
विस्फोट में घायल हुए नौ लोगों के नाम फारूक है, जो एक 19 वर्षीय होटल कर्मचारी है, दीपांशु (23), स्वर्णंबा (49), मोहन (41), नागश्री (35), मोमी (30) बलराम कृष्णन (31), नव्या (25) और श्रीनिवास (67) है। वहीं ब्लास्ट के संबंध में बेंगलुरु के HAL पुलिस स्टेशन में गैरकानूनी गतिविधियां (UPA) अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।