सार

हाथरस हादसे के बाद से फरार भोले बाबा उर्फ नारायण सरकार का बयान आया है। उन्होंने इस घटना से खुद की जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए असामाजिक तत्वों के कारण घटना होने की बात कही है।

हाथरस. उत्तरप्रदेश के हाथरस में मंगलवार को एक सत्संग के बाद भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए थे। हादसे के बाद से अपने आप को भगवान का स्वरूप बताने वाले भोले बाबा उर्फ नारायण सरकार फरार थे। अब उनके एक बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने इस घटना को असामाजिक तत्वों के कारण होना बताया है।

मृतक परिवारों के लिए व्यक्त की शोक संवेदना

भोले बाबा उर्फ नारायण सरकार ने हाथरस की घटना में मृतक परिवारों के प्रति अपनी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मैं कार्यक्रम के बाद वहां से निकल गया था। जिसके बाद असमाजिक तत्वों की वजह से भगदड़ मच गई। उन्होंने कहा मैं हम मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रभु/परमात्मा (भगवान) से प्रार्थना करते हैं।" उन्होंने दावा किया कि दावा किया कि असामाजिक तत्वों द्वारा भगदड़ मचाई गई और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

मैं पहले ही निकल चुका था

भोले बाबा ने एक अधिकारिक बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने साफ कहा है कि इस घटना में असामाजिक तत्वों का हाथ है। उन्होंने कहा कि 2 जुलाई को गांव फुलारी सिकंदराराऊ हाथरस में सत्संग का आयोजन चल रहा था। मैं सत्संग से काफी समय पहले निकल चुका था। 

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सीएम ने बताई साजिश की आशंका

इस मामले में बुधवार को स्थिति का जायजा लेने पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी हाथरस घटना में किसी की साजिश की आशंका जताते हुए न्यायिक जांच के आदेश दिये हैं। वहीं एसडीएम की एक रिपोर्ट के अनुसार नारायण सरकार की अनुयायियों को धक्का देने के बाद भगदड़ मची थी। जिस जगह पर भगदड़ मची, वह जगह ढलान व फिसलन वाली थी। जिसके कारण एक पर एक लोग गिरने के कारण करीब 121 लोगों की मौत हो गई व कई लोग घायल हो गए।

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