सार

पश्चिम बंगाल के बीरभूम (Birbhum arson) जिले के रामपुरहाट में 21 मार्च को हुई हिंसा के मामले में ममता सरकार की बर्खास्तगी की मांग जोर पकड़ने लगी है। इस बीच भाजपा की जांच टीम ने इस मामले में अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंप दी है। बता दें कि 100 से अधिक उपद्रवियों ने 10 घरों में आग लगा दी थी। इसमें 10 लोगों की मौत हो गई।
 

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बीरभूम (Birbhum arson) जिले के रामपुरहाट में 21 मार्च को हुई हिंसा के मामले में भाजपा केंद्रीय फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने आज पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा को एक रिपोर्ट सौंप दी। इस कमेटी में पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार शामिल हैं। इससे पहले मजूमदार ने कहा था-हमने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है, हम आज दोपहर 11-12 बजे रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के हाथ में सौंपेंगे। इसके बाद कोशिश करेंगे कि इसे गृह मंत्री अमित शाह के पास भी पहुंचाएं। इस मामले में रामपुरहाट के सस्पेंड थाना प्रभारी त्रिदीप प्रमाणिक और दमकल अधिकारी भी जांच के घेरे में हैं। सस्पेंड एसडीओपी शायन अहमद से भी पूछताछ की जा रही है।

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फिर मिले बड़ी संख्या में बम
TMC नेता अनुब्रत मंडल के दबदबे वाले इलाके रामपुरहाट जिले में बुधवार को फिर पुलिस ने एक अभियान चलाकर 30 किलो बारूद और करीब 35 क्रूड बम बरामद किए हैं। बीरभूम से लगातार गोला-बारूद बरामद हो रहे हैं। बुधवार सुबह बीरभूम खैराशोल-पंचरा के रास्ते में जोरा बटाला नामक एक सुनसान जगह पर झाड़ी में छुपाकर रखी गई बाल्टी से बम बरामद हुए। खैराशोल थाने के ओसी संचार बनर्जी के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई।

कांग्रेस कर रही ममता सरकार की बर्खास्तगी की मांग
बीरभूम हिंसा खिलाफ विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं। बीजेपी (BJP) के साथ ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने ममता बनर्जी सरकार पर कानून-व्यवस्था नहीं संभाल पाने का आरोप लगाते हुए सरकार बर्खास्त करने की मांग उठाई है। चौधरी ने राज्य में ध्वस्त हो चुकी कानून-व्यवस्था को देखते हुए अनुच्छेद 355 के तहत कार्रवाई की जाए। 

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इस वजह से हुई थी हिंसा
बोगतई गांव में यह हिंसा तृणमूल कांग्रेस(TMC) के स्थानीय नेता और बरशल ग्राम पंचायत बोकतुई के उप प्रमुख भादु शेख की 21 मार्च को हत्या(TMC leader Bhadu Sheikh was killed on Monday) के बाद फैली थी। पुलिस की जांच में सामन आया कि भादु पर पुरानी रंजिश के चलते बम से हमला किया गया था। उनकी मौत की खबर के सुनकर टीएमसी के 100 से अधिक कार्यकर्ता बाइक से गांव पहुंचे और उपद्रव शुरू कर दिया। इस मामले की जांच कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर CBI कर रही है। सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में 21 संदिग्धों को नामजद किया है। 

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