सार

'द वायर' ने बीते 6 अक्टूबर और 10 अक्टूबर को दो रिपोर्ट्स पब्लिश की थी। हालांकि, स्टोरी वापस ले ली गई थी। 10 अक्टूबर की स्टोरी में दावा किया गया कि अमित मालवीय, बीजेपी और मेटा के बीच नोडल पॉइंट हैं।

BJP filed FIR against 'The Wire': न्यूज वेबसाइट 'The Wire' का बीजेपी पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स फेसबुक व इंस्टाग्राम आदि के कंट्रोल का आरोप तूल पकड़ता जा रहा है। 'द वायर' पर बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने एफआईआर दर्ज कराया है। द वायर की एक रिपोर्ट में यह आरोप लगाया गया था कि बीजेपी के खिलाफ वाले कंटेंट व पोस्ट्स को पार्टी और मेटा की मिलीभगत से नियमित स्कैन पर डिलीट किया जाता है या उसे हटा दिया जाता है। सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक और इंस्टाग्राम की मूल कंपनी मेटा है। 

क्या है पूरा मामला? 

'द वायर' ने बीते 6 अक्टूबर और 10 अक्टूबर को दो रिपोर्ट्स पब्लिश की थी। हालांकि, स्टोरी वापस ले ली गई थी। 10 अक्टूबर की स्टोरी में दावा किया गया कि अमित मालवीय, बीजेपी और मेटा के बीच नोडल पॉइंट हैं। बीजेपी के खिलाफ किसी कंटेंट को सेंसर करने में कंपनी उनको विशेष तवज्जो देती है। एंटी-बीजेपी कंटेंट को मालवीय की रिपोर्ट पर हटाया या डिलीट किया जाता है। मेटा ने उनको स्पेशल प्रिविलेज दिया है।

इस स्टोरी के पब्लिश होने के बाद अमित मालवीय और बीजेपी की ओर से इसकी प्रमाणिकता पर सवाल उठाए गए थे। मेटा ने भी इस पर सवाल खड़े किए थे। मेटा के संचार प्रमुख एंडी स्टोन ने 11 अक्टूबर को दावा किया था कि 'द वायर' की स्टोरी में दिखाए गए डॉक्यूमेंट्स फैब्रिकेट किए गए थे। इसकी आंतरिक प्रक्रियाओं को गलत तरीके से पेश किया गया। मेटा ने आंतरिक ऑडिट करने के बजाय आंतरिक कंपनी ईमेल का हवाला देते हुए आरोपों के दूसरे सेट को पोस्ट करने के लिए पब्लिकेशन को भी फटकार लगाई। आईटी फर्म ने रिपोर्ट को 'दुर्भावनापूर्ण' करार दिया।

द वायर ने माफी मांग ली थी

अपनी दोनों पब्लिश्ड स्टोरी को वापस लेने के बाद कंपनी ने 27 अक्टूबर को माफी मांग ली थी। हालांकि, मालवीय का दावा है कि मीडिया आउटलेट ने आर्टिकल्स को वापस लेते हुए भी उनसे माफी नहीं मांगी। उन्होंने कहा कि द वायर ने मेरी प्रतिष्ठा को खराब करने और मेरे पेशेवर करियर को गंभीर नुकसान पहुंचाने के बावजूद मुझसे माफी मांगने से परहेज किया। यह स्पष्ट है कि 'द वायर' और कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने मेरी प्रतिष्ठा को खराब करने के इरादे से एक आपराधिक साजिश किया। जानबूझकर मेरा नाम एक स्टोरी में डाला और मुझे फंसाने के लिए सबूत गढ़े। मालवीय ने कहा कि यह लोकतंत्र को भी कमजोर करता है। यह असहमति के लोकतांत्रिक अधिकार की अपूरणीय क्षति है।

मालवीय ने दर्ज कराया एफआईआर

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने शुक्रवार को इस मामले में एफआईआर दर्ज कराया है। उन्होंने तहरीर देकर 'द वायर' और उसके मैनेजमेंट के खिलाफ आपराधिक साजिश, जालसाजी, धोखाधड़ी के प्रयोजनों के लिए जालसाजी, प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए साजिश, मानहानि एवं धोखाधड़ी आदि की धाराओं में केस दर्ज कराया है। आईटी सेल इंचार्ज मालवीय ने यह भी कहा है कि वह मीडिया कंपनी के खिलाफ मानहानि का भी दावा करेंगे।

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