सार
बिधूड़ी द्वारा की गई सांप्रदायिक कमेंट से आक्रोशित विपक्षी सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष और सरकार पर भेदभाव का भी आरोप लगाया है। विपक्ष ने आरोपी बीजेपी सांसद को सस्पेंड करने या गिरफ्तार करने की मांग की है।
Ramesh Bidhuri offensive comment: नई संसद के स्पेशल सेशन के दौरान बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा मुस्लिम सांसद दानिश अली (बसपा) को अपशब्दों और आपत्तिजनक व्यवहार किए जाने पर विपक्ष ने कार्रवाई की मांग की है। बिधूड़ी द्वारा की गई सांप्रदायिक कमेंट से आक्रोशित विपक्षी सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष और सरकार पर भेदभाव का भी आरोप लगाया है। विपक्ष ने आरोपी बीजेपी सांसद को सस्पेंड करने या गिरफ्तार करने की मांग की है। इंडिया गठबंधन दलों ने कहा कि विपक्षी सांसदों पर बात-बात पर सस्पेंड करने वाले स्पीकर की इस मामले में चुप्पी सत्ता पक्ष की मानसिकता को दर्शा रही है। नई संसद में अभी भी पुरानी मानसिकता को बीजेपी नहीं छोड़ सकी है। हालांकि, स्पीकर ने कमेंट को रिकॉर्ड से हटवा दिया है।
लोकसभा अध्यक्ष ने जताई नाराजगी, राजनाथ ने मांगी माफी
अधिकारियों ने बताया कि स्पीकर ओम बिड़ला ने लोकसभा की कार्रवाई से बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी की टिप्पणियों को हटवा दिया है। स्पीकर ने नाराजगी जताते हुए चेतावनी दी है। लोकसभा में "चंद्रयान की सफलता" पर चर्चा के दौरान मुस्लिम सांसद दानिश अली (बसपा) के लिए रमेश बिधूड़ी ने आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। इस पर नाराज ओम बिड़ला ने ऐसा व्यवहार दोबारा न करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी। दरअसल, एक वीडियो में रमेश बिधूड़ी चर्चा के दौरान बार-बार दानिश अली पर गालियां और इस्लामोफोबिक अपशब्दों का प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं। उधर, इस घटना के कुछ ही देर बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में खेद व्यक्त किया। रक्षा मंत्री ने कहा कि सदस्य की टिप्पणी से अगर विपक्ष आहत हुआ है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं।
विपक्ष हुआ हमलावर
दानिश अली ने स्पीकर को लिखा कि दु:ख की बात यह कि यह सब आपके नेतृत्व में एक नए संसद भवन में हुआ। इस महारान राष्ट्र के अल्पसंख्यक सदस्य और एक सांसद के रूप में मेरे लिए हृदय विदारक है।
कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि यह बेहद शर्म की बात है। राजनाथ सिंह की माफी स्वीकार्य नहीं है और आधी-अधूरी है। यह संसद का अपमान है, यह निलंबन का स्पष्ट मामला है। बिधूड़ी का बयान हर भारतीय का अपमान है। भाजपा नेता के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। रमेश ने कहा कि पिछले सत्र में उनके लोकसभा नेता अधीर रंजन चौधरी को कथित तौर पर मंत्रियों का अपमान करने के लिए निलंबित कर दिया गया था, फिर भी भाजपा सांसद द्वारा इससे भी बदतर बात कहने पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी।
आप ने कहा-यह बीजेपी की संस्कृति
आम आदमी पार्टी (आप) ने वीडियो शेयर करते हुए एक पोस्ट में सवाल किया कि बीजेपी दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी, संसद में स्पीकर के सामने दूसरे मुस्लिम सांसद को ऐसे शब्दों से बुला रहे हैं। क्या यही बीजेपी की संस्कृति है?' यह संसद के इतिहास का सबसे काला दिन है।
दु:ख है लेकिन आश्चर्य नहीं
राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि वह संसद में भाजपा सांसद द्वारा इस्तेमाल किये गये सांप्रदायिक अपशब्दों से 'दुखी' हैं। मुझे दुख हुआ, लेकिन आश्चर्य नहीं। यह पीएम के 'वसुधैव कुटुंबकम' की सच्चाई है। हमें यह सोचने की जरूरत है कि अगर संसद में एक सांसद के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया तो मुसलमानों, दलितों के खिलाफ किस तरह की भाषा को वैधता दी गई है। झा ने कहा कि अब तक पीएम रमेश बिधूड़ी पर एक शब्द भी नहीं कह सके।
सीपीएम ने कहा-गिरफ्तारी हो
सीपीएम ने कहा कि बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा सदन में दानिश अली (बीएसपी) के खिलाफ इस्तेमाल की गई गंदी अभद्र भाषा सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए गए सबसे खराब प्रकार का हेट स्पीच है। कोई भी सांसद इस तरह के भाषण के लिए विशेषाधिकार का दावा नहीं कर सकता है। उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
कितनी आसानी से ऐसे घृणित शब्द निकल रहे
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने बिधूड़ी द्वारा इस्तेमाल किए गए अपमानजनक शब्दों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कितनी आसानी से इस घृणित "माननीय" सांसद की जीभ से अपशब्द निकल जाते हैं। मुसलमानों के खिलाफ नफरत को पहले की तरह मुख्यधारा में लाया गया है। जो मुसलमान भाजपा की पहचान करते हैं वे कैसे हैं उनकी पार्टी घोर घृणा के इस स्तर के साथ-साथ मौजूद है? अब्दुल्ला ने कहा: अगर उन्होंने हमें आतंकवादी कहा है तो हम इसके आदी हैं। लेकिन उन्होंने यह सभी मुसलमानों के खिलाफ कहा। इससे हमें बहुत गुस्सा आता है। यह सिर्फ मुसलमानों के खिलाफ उनकी मानसिकता को दर्शाता है। नई संसद लेकिन पुरानी मानसिकता ।
हर्षवर्धन बोले-मैं सुन नहीं सका
पूर्व केंद्रीय मंत्री हर्ष वर्धन की भी आलोचना रमेश बिधूड़ी के साथ हो रही है। दरअसल, बिधूड़ी के अपशब्दों के इस्तेमाल पर पूर्व मंत्री हर्षवर्धन हंसते हुए नजर आ रहे हैं। इस वजह से सोशल मीडिया पर उनकी भी आलोचना हो रही है। हालांकि, उन्होंने खुद को घसीटे जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि मैं निस्संदेह इस विवाद के दौरान मौजूद था। लेकिन सच्चाई यह है कि मैं सही से सुन नहीं सका था।