सार

चिकमंगलूरु के हेददालु गाँव में तीन रास्तों के संगम पर एक मटके को काली माता का रूप देकर काला जादू किया गया। जानवर की बलि और पूजा के निशान मिले, जिससे स्थानीय लोग दहशत में हैं।

चिकमंगलूरु: टेक्नोलॉजी चाँद पर पहुँच गई है, लेकिन लोग आज भी जादू-टोने के जरिए लोगों को डराने में लगे हैं। कॉफी उत्पादक क्षेत्र चिकमंगलूरु जिले में हुई एक भयानक काला जादू की घटना इसका जीता-जागता सबूत है। एक मटके को काली माता का रूप देकर, जानवर की बलि दी गई और पूजा की गई। सुबह-सुबह इस भयानक काले जादू को देखकर मलेनाडु के लोग दहशत में आ गए हैं।

तीन रास्तों के संगम पर हुआ काला जादू : कॉफी उत्पादक क्षेत्र मलेनाडु के लोग आज सुबह उठते ही सचमुच दहशत में आ गए। तीन रास्तों के संगम पर कुछ असामाजिक तत्वों ने एक मटके को काली माता का रूप देकर भयानक काला जादू किया। चिकमंगलूरु जिले के मूडगेरे तालुक के हेददालु गाँव में चेतन नाम के व्यक्ति के घर और उनके घर के सामने तीन रास्तों के संगम पर यह काला जादू किया गया।


जानवर की बलि देकर पूजा : हरे रंग की चूड़ियों के एक गुच्छे पर मिट्टी का एक मटका रखकर, उस मटके को गुड़िया का रूप देकर, काली माता का चेहरा बनाकर काला जादू किया गया। सुबह 4 से 5 बजे के बीच पाँच असामाजिक तत्वों ने यह कृत्य किया। घर के बाहर से कुछ आवाजें आ रही थीं। घरवालों ने खिड़की से बाहर देखा। लेकिन, किसी के.. कुछ.. होने के डर से वे घर के अंदर ही रहे।

सुबह होने पर काला जादू का पता चला। काला जादू वाली जगह पर हल्दी-कुमकुम, फल-सब्जी समेत कई चीजें मिलीं। इसके साथ ही जानवर की बलि देकर पूजा करने का भी संदेह है। आमतौर पर काला जादू करते समय जानवर की बलि देने की प्रथा होती है और यहाँ भी जानवर की बलि दिए जाने का संदेह है। हरी चूड़ियों पर मटके को काली माता का रूप देकर काला जादू किए जाने से स्थानीय लोग दहशत में हैं। ग्रामीणों ने इस बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी की है।