सार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर आज राज्यसभा में जवाब दिया। इस दौरान मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर कांग्रेस की विरोधी मुहिम पर तीखा वार किया।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में जवाब दिया। संसद के बजट सत्र(budget session of parliament) का यह सातवां दिन इसलिए भी खास है, क्योंकि भाजपा ने राज्यसभा सदस्यों से 8 फरवरी को सदन में उपस्थित रहने और सरकार के रुख का समर्थन करने के लिए तीन लाइन का व्हिप (Whip) जारी किया था। इससे पहले सुबह राज्यसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक बुलाई गई।
पता नहीं आपको कौन सलाह देता है?
मोदी ने कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया। मोदी ने कहा-जब कोरोना की ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई गई। सरकार ने प्रेजेंटेशन दिया। लेकिन वो खुद ही नहीं आए। भारतीय वैक्सीन के खिलाफ मुहिम चलाई गई। शरद राव जी आए। टीएमसी सहित सभी दलों के लोग आए। उन्होंने अपने सुझाव दिए। ये मानव संकट को लेकर मीटिंग थी। उसमें भी आपने बहिष्कार किया। पता नहीं आपको कौन सलाह देता है। आपकी कितनी आलोचना हुई। आप दूसरे दिन के अखबार देख लीजिये। हमने आधुनिक चिकित्सा, भारतीय चिकित्सा पद्धति पर काम किया। आज विश्व में हमारे आंध्र तेलंगाना के लोग बताएंगे कि हमारी हल्दी का जो एक्सपोर्ट बढ़ रहा है उसने भारत के लोगों को भारत की उपचार पद्धति के लिए प्रेरित किया है।
कांग्रेस न होती तो...
मोदी ने कहा-कांग्रेस न होती तो लोकतंत्र परिवारवादमुक्त होता। कांग्रेस न होती तो सिखों का नरसंहार न होता। कांग्रेस न होती तो क्षेत्रवाद न होता। कांग्रेस न होती, तो पंडित कश्मीर में होते। कांग्रेस न होती, तो इमरजेंसी का कलंक न होता। कांग्रेस ने देश का विकास नहीं होने दिया। कांग्रेस ने होती, तो आज जातिवाद न होता। कांग्रेस न होती, तो लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता। हमारी सोच कांग्रेस की तरह संकीर्ण नहीं। हमारी सोच में राष्ट्रवाद है। अगर कांग्रेस न होती तो लोकतंत्र परिवारवाद से मुक्त होता, भारत विदेशी चश्मे के बजाए स्वदेशी संकल्पों के रास्ते पर चलता, अगर कांग्रेस न होती तो आपातकाल का कलंक न होता, अगर कांग्रेस न होती तो दशकों तक भ्रष्टाचार को संस्थागत बनाकर नहीं रखा जाता। कांग्रेस की परेशानी ये है कि उन्होंने डायनेस्टी के आगे कुछ सोचा ही नहीं। भारत को सबसे बड़ा खतरा परिवारवादी पार्टियों का है। मैं चाहता हूं कि सभी राजनीतिक दल लोकतांत्रिक मूल्यों और आदर्शों को अपने दलों में भी विकसित करें।
सोमवार को लोकसभा में बोले थे मोदी
इससे पहले मोदी ने सोमवार को लोकसभा में जवाब दिया था। उन्होंने कोरोना वायरस से लेकर महंगाई और अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर कांग्रेस पर सवाल दागे थे। मोदी ने कहा कि आपने मन बना लिया है कि 100 साल तक सत्ता में नहीं आना है तो मैंने भी तैयारी कर ली है।
मोदी ने कांग्रेस को जमकर घेरा था
मोदी ने विपक्ष पर सरकार की हर योजना का विरोध करने का आरोप लगाया था। पीएम ने कहा- आप क्यों नहीं चाहते कि देश आत्मनिर्भर बने, आप गांधी जी (Mahatma Gandhi) के सपनों को सच होते देखना नहीं चाहते। आए दिन आप औरों को नीचा दिखाने के लिए महात्मा गांधी का नाम लेते हैं। लेकिन उनकी स्वदेशी की बात दोहराने में आपको दिक्कत है। अगर मोदी वोकल फॉर लोकल कहता है तो आप क्यों नहीं चाहते कि देश आत्मनिर्भर बने। महात्मा गांधी के इस अभियान से जुड़ने में आपका क्या जाता है। इससे देश का भला होगा। लेकिन, आप महात्मा गांधी के सपनों को सच होते देखना नहीं चाहते।
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महंगाई के लिए कांग्रेस पर प्रहार
लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महंगाई को लेकर मनमोहन सरकार से लेकर देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू तक का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कागजों में हेरफेर कर 17 करोड़ गरीबों को अमीर बना दिया। उन्होंने कहा- महंगाई सामान्य लोगों से सीधा जुड़ा मुद्दा है। हमने इस मसले को हैंडल करने का प्रयास किया है। एनडीीए सरकार में कोरोना (Covid19) के बावजूद महंगाई 5.5 प्रतिशत रही है। उसमें भी फूड इन्फ्लेशन 3 प्रतिशत से भी कम रही है। उन्होंने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि आप अपने समय में वैश्विक परिस्थितयों का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेते थे।