सार

दिल्ली में छठ व्रतियों को रोकने के लिए सोनिया विहार में यमुना घाट से पहले बैरिकेडिंग लगा दी गई है। स्थानीय प्रशासन चाहता है कि व्रती छठ पूजा करने के लिए घाट तक ना पहुंच सकें। दरअसल, कोरोना संक्रमण को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने यमुना घाटों पर छठ पूजा करने पर रोक लगाई हुई है।

नई दिल्ली। दिल्ली (Delhi) में छठ व्रत (Chhath Puja 2021) मनाने को लेकर सरकार का तानाशाही रवैया श्रद्धालुओं पर भारी पड़ रहा है। यमुना घाटों (Yamuna river Ghats) पर छठ व्रत मनाने को लेकर प्रतिबंध के बीच बुधवार को कालिंदी कुंज (Kalindi Kunj) के पास घाट पर भारी भीड़ जुट रही है। पुलिस (Delhi Police) ने काफी लोगों को तितर बितर कर बैरिकेड्स लगा दिए हैं। लेकिन मामला तब तूल पकड़ लिया जब सैकड़ों की संख्या के साथ बीजेपी सांसद (BJP MP) प्रवेश साहिब सिंह वर्मा (Pravesh Sahib Singh Verma) बैरिकेडिंग तोड़ते हुए घाट पर पहुंच गए और लोगों को पूजा करने के लिए आग्रह करने लगे। यहां भारी संख्या में लोग जुटे हुए हैं। 

जगह-जगह लगा दी गई है बैरिकेडिंग

दिल्ली में छठ व्रतियों को रोकने के लिए सोनिया विहार (Sonia Vihar) में यमुना घाट से पहले बैरिकेडिंग लगा दी गई है। स्थानीय प्रशासन चाहता है कि व्रती छठ पूजा करने के लिए घाट तक ना पहुंच सकें। दरअसल, कोरोना संक्रमण को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने यमुना घाटों पर छठ पूजा करने पर रोक लगाई हुई है। 

रोक के बावजूद बुधवार को काफी संख्या में छठ पूजन करने वाले दिल्ली के आईटीओ यमुना घाट पर पहुंच गए हैं। श्रद्धालु इस उम्मीद के साथ यहां पहुंच रहे हैं कि शायद उनको पूजा करने की यहां इजाजत मिल जाए क्योंकि हर साल वह यहां पूजा करते हैं। लेकिन उनके आने पर उनको वापस किया जा रहा है। 

वापस करने की जानकारी होते ही सांसद पहुंच

जब इस बात की जानकारी सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा को हुई तो वह अपने समर्थकों के साथ यहां पहुंच गए। पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश सिंह वर्मा ने आईटीओ यमुना घाट जाने से रोकने के लिए लगे बैरिकेड्स को तोड़ दिया और भारी भीड़ के साथ घाट पर छठ मनाने पहुंच गए हैं। 

यह भी पढ़ें

Jammu-Kashmir anti terrorist operation: आतंकियों को खाना-पानी और मूवमेंट की जानकारी देने वाले 26 अरेस्ट, भाग रहे तीन काठमांडू में पकड़े गए

Afghanistan बन रहा बच्चों का कब्रगाह, 6 माह में हुई हिंसा में कम से कम 460 मासूमों की मौत

President Xi Jinping: आजीवन राष्ट्रपति बने रहेंगे शी, जानिए माओ के बाद सबसे शक्तिशाली कोर लीडर की कहानी