सार
देश में बच्चों को वैक्सीन (Vaccine) देने पर प्राथमिकता से काम हो रहा है। सरकार का कहना है कि कोवैक्सीन के संबंध में कमेटी ने कंपनी से और अधिक जानकारी मांगी है।
नई दिल्ली। ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) के खतरे के बीच सरकार ने मंगलवार को संसद (Parliament) में बताया कि 2 से 17 साल की उम्र तक के बच्चों को वैक्सीनेट (Vaccination) करने की प्रक्रिया जारी है। कोवैक्सीन (Covaxin) के इमरजेंसी इस्तेमाल की प्रक्रिया पूरी करने के लिए एक्सपर्ट कमेटी (Expert Commitee) ने कंपनी से अतिरिक्त जानकारी मांगी है। इधर, कोविड टास्क फोर्स (Covid Task Force) के अध्यक्ष डॉ. एन के अरोड़ा ने कहा कि 18 साल की उम्र से नीचे 44 करोड़ बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने की योजना जल्द ही देश के सामने रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की प्राथमिकता पर काम हो रहा है। इसके जरिये हम जिन्हें पहले जरूरत है, उन्हें वैक्सीन लगा सकेंगे। उसके बाद स्वस्थ्य बच्चों को कोरोना का टीका दिया जाएगा।
बीमार बच्चों को दिसंबर में और स्वस्थ को अगली तिमाही में लगेगा टीका
डॉ. अरोड़ा ने पहले बताया था कि बीमार बच्चों के लिए वैक्सीनेशन दिसंबर में शुरू हो सकता है, जबकि स्वस्थ बच्चों का कोरोना वैक्सीनेशन अगले साल की पहली तिमाही में हो सकता है। जब बीमारियों के शिकार बच्चों में टीकाकरण 10-15% तक पहुंच जाएगा, तब हम स्वस्थ बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू कर देंगे। गौरतलब है कि अमेरिका, ब्रिटेन और इजरायल जैसे देशों में बच्चों का टीकाकरण शुरू हो गया है।
बूस्टर डोज के लिए पॉलिसी 2 हफ्ते में तैयार होगी
डॉ. अरोड़ा का कहना है कि सरकार गंभीर रोगियों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज पर नई पॉलिसी लाने जा रही है। नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप (NTAG) इस पॉलिसी को 2 हफ्ते में तैयार करेगा। NTAG देश के 44 करोड़ बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए भी नई पॉलिसी लाने जा रहा है।
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