सार
चीन ने सीमा पर अपने बॉम्बर प्लेन (Bomber Plane) तैनात किए हैं। ये विमान (H-6K) CJ-20 मिसाइलों से लैस हैं, जिनकी रेंज दिल्ली तक है। इसके साथ ही यह विमान सुपर सोनिक एंटी शिप मिसाइल से भी लैस है।
नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा (India China Border) पर चल रही तनातनी के बीच चीन ने भारत को डराने की चाल चली है। चीन ने सीमा पर अपने बॉम्बर प्लेन (Bomber Plane) तैनात किए हैं। ये विमान (H-6K) CJ-20 मिसाइलों से लैस हैं, जिनकी रेंज दिल्ली तक है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार बीजिंग के करीब तैनात रहने वाले फाइटर जेट्स को चीन ने शिनजिंयांग इलाके में शिफ्ट किया है। यह इलाका उस जगह के करीब है, जहां भारत और चीन के बीच विवाद है।
इसी साल जून में चीन ने कई दिनों तक लद्दाख के करीब अपने इलाके में स्टील्थ बॉम्बर जेट H-20 का टेस्ट किया था। यह विमान रडार की पकड़ में आए बिना हमला करने की क्षमता रखता है। मिलिट्री एक्सपर्ट के मुताबिक, ये स्टील्थ बॉम्बर कई आधुनिक तकनीकों से लैस है। यह परमाणु हमला कर सकता है या नहीं, ये अभी स्पष्ट नहीं किया गया है। चीन ने इसी साल जनवरी में ताइवान के एयरस्पेस में अपने H-6K बॉम्बर एयरक्राफ्ट भेजे थे।
3 हजार किलोमीटर है रेंज
चीन ने भारत की सीमा के पास जिन बॉम्बर प्लेन को तैनात किया है उन्हें रूस द्वारा सोवियत काल में बनाये गए विमान Tu-16 के डिजाइन पर बनाया गया है। रूस ने 1950 के दशक में चीन को Tu-16 विमान दिया था। चीन इसे लाइसेंस लेकर H-6 नाम से बना रहा है। चीन के H-6K विमान का रेंज 3 हजार किलोमीटर से अधिक है। यह छह CJ-20 क्रूज मिसाइल लेकर उड़ता है। इस मिसाइल का रेंज करीब 1500 किलोमीटर है। इसके साथ ही यह विमान सुपर सोनिक एंटी शिप मिसाइल से भी लैस है।
बता दें कि चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) के पास बड़े एयरबेस कम होने के चलते वर्तमान में भारत की तुलना में कमजोर स्थित में है। इसके चलते वह सीमा के पास अपने बॉम्बर प्लेन तैनात कर यह संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि सीमा पार किए बिना भी भारतीय वायु सेना के अड्डों पर हमला करने की उसकी क्षमता है। ऐसे खतरे से निपटने के लिए भारत ने रूस से एयर डिफेंस सिस्टम एस- 400 (S- 400) खरीदा है। रूस ने डिफेंस सिस्टम भेजना शुरू कर दिया है। एस 400 हमला करने आ रहे लड़ाकू विमान, बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइल जैसे हवाई टारगेट को हवा में ही नष्ट कर देता है।
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