सार

गुजरात विधानसभा में 2002 गुजरात दंगों पर नानावटी मेहता कमीशन की जांच रिपोर्ट बुधवार को पेश की गई। इसमें पीएम मोदी और उनके उस वक्त के तीन मंत्रियों को क्लीन चिट दी गई है।

गांधीनगर. गुजरात विधानसभा में 2002 गुजरात दंगों पर नानावटी मेहता कमीशन की जांच रिपोर्ट बुधवार को पेश की गई। इसमें पीएम मोदी और उनके उस वक्त के तीन मंत्रियों को क्लीन चिट दी गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गोधरा ट्रेन हादसे के बाद राज्य में भड़के दंगे सुनियोजित नहीं थे। 

गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस के दो कोच जलाए गए थे। इसमें 59 कारसेवकों की मौत हो गई थी। इसके बाद पूरे गुजरात में दंगे फैल गए थे। रिटायर जस्टिस जीटी नानावटी और जस्टिस अक्षय मेहता ने इस मामले में जांच रिपोर्ट बनाई थी। इसे 2014 में तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल के मुख्यमंत्री रहते सौंपा गया था। लेकिन इसे अब विधानसभा में पेश किया गया। 

भाजपा ने कांग्रेस पर लगाए आरोप 
गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने रिपोर्ट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि नानावटी जांच आयोग ने पीएम मोदी को क्लीन चिट दे दी है। इससे यह साबित होता है कि उनपर लगाए गए सारे आरोप झूठे थे। यह मोदी और भाजपा को बदनाम करने की कांग्रेस की साजिश थी।