सार

दिल्ली के चीफ मिनिस्टर अरविंद केजरीवाल केंद्र सरकार के ऑर्डिनेंस के खिलाफ देश बीजेपी विरोधी पार्टियों का समर्थन हासिल करने में जुटे हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी लगातार केजरीवाल पर निशाना साध रही है।

Ajay Maken Tweets. दिल्ली कांग्रेस के नेता अजय माकन ने पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बहाने मौजूदा सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। दिल्ली के मौजूदा संकट के परिदृश्य में अजय माकन ने शीला दीक्षित के साथ बिताए गए समय को याद किया है। अजय माकन ने ट्वीट किया कि- यह 2000 के शुरूआती दौर की बात है। उस वक्त मैं दिल्ली में परिवहन, ऊर्जा और पर्यटन मंत्री के रूप में अपनी सेवा दे रहा था। हम कई तरह के बदलाव को मूर्त रूप दे रहे थे। इनमें दिल्ली के समस्त पब्लिक ट्रांसपोर्ट को डीजल से CNG में बदलने से लेकर मेट्रो की शुरूआत करने का काम शामिल था।

अजय माकन ने बताया कैसे दिन शुरू होता था

माकन ने बताया कि हमारा दिन सुबह 7:30 बजे शुरू हो जाता। मुझे याद है कि हम सुबह के समय ही विभिन्न मुद्दों को हल करने को लेकर चर्चा करते थे। उसके आधार पर रणनीति बनाते थे। फिर एक दिन सुबह के समय हमने समाचार देखा। पढ़ा कि हमारी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर सिंधुश्री खुल्लर को बदला जा रहा है। मुझे याद है कि मैंने उत्सुकता से स्वयं से सवाल किया कि ऐसे समय में जब CNG परिवर्तन का काम चल रहा है तो यह बदलाव क्यों। क्या होगा अगर उनकी जगह आने वाला नया अधिकारी डीजल लॉबी के साथ मिला होगा। मैंने अपनी चिंता शीला दीक्षित के साथ साझा की। उन्होंने कहा कि तुम्हें यह किसने कहा है। आखिर तुम अफवाहों के आधार पर विचलित क्यों हो रहे हो। लेकिन जल्द ही अफवाह सच्चाई में बदल गई। शीला दीक्षित जी ने मुझे कहा तुम सही थे। मुझे इस निर्णय के बारे में नहीं पता था। लेकिन तुम चिंता मत करो। हम इसको चुनौती देंगे। यह कैसे संभव है कि LG उस समय इस तरह का निर्णय करें। हमारे तमाम अनुरोध के बावजूद LG फैसले को पलटने के लिए तैयार नहीं हुए। उन्होंने कहा कि मैंने अपना निर्णय दे दिया है। मैं इसे वापस नहीं ले सकता हूं।

 

 

अजय माकन ने बताई दिल्ली की सच्चाई

माकन कहते हैं कि वे निर्णय पर इतना विचलित हुआ कि मैंने प्रस्ताव दिया कि दिल्ली सरकार को इस मुद्दे पर एक प्रेस वार्ता कर जनता को यह बताना चाहिए कि LG किस तरह से राजनीति से प्रेरित बाधा खड़ी कर रहे हैं। लेकिन इस मुद्दे पर शीला दीक्षित जी की अलग रणनीति थी। उन्होंने सद्भाव से अपने हाथ की उंगलियों को लहराते हुए मुझे सलाह दी। नहीं, नहीं, नहीं। यह बात किसी से मत कहना कि हमारे प्रयास असफल हुए हैं। किसी भी अधिकारी को यह पता नहीं लगना चाहिए कि हमने प्रयास किया और हम उसमें सफल नहीं हो पाए। अगर उनको यह पता लग गया तो संभव है कि वह आने वाले समय में हमारे निर्णय और बातों को गंभीरता से लेना बंद कर दें। उनका यह निर्णय उनके अनुभव के आधार पर अपनी जगह सही था।

शीला दीक्षित ने क्या दी अजय माकन को सलाह

माकन कहते हैं कि शीला दीक्षित की सलाह के बाद मैंने नए अधिकारी को चाय पर आमंत्रित किया। मेरे अपने प्रारंभिक अंतर्विरोध के बावजूद मैंने नए अधिकारी को कहा कि हमें दिल्ली में CNG योजना को क्रियान्वित करने की जरूरत है। इसके बाद जिस तरह से दिल्ली में इस दिशा में कार्य हुए। वह उल्लेखनीय थे। नए अधिकारी ने मामले की गंभीरता को समझा। हम लोग एकजुटता के साथ विभिन्न Lobby के सामने खड़े रहे और हमने सुप्रीम कोर्ट से लेकर अमेरिकी सरकार तक से इस मामले मैं बधाई और शुभकामना हासिल की।

क्या कहते हैं कांग्रेस नेता अजय माकन

कांग्रेस नेता ने कहा कि यह शीला दीक्षित की विरासत है। यह जन सेवा में लगे लोगों के लिए एक प्रेरणा का मार्ग है कि जनहित के अलावा आपके सामने और कोई लक्ष्य नहीं होना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि वर्तमान मुख्यमंत्री मेरे इस सफर से सीख लेते हुए अपना निर्णय करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे। अधिकारियों के साथ सम्मान के साथ मंत्रणा करने और उन्हें कार्य के लिए प्रेरित करने की नीति होनी चाहिए। उनके साथ बातचीत करें। उन्हें यह बताएं कि दिल्ली की बेहतरी के लिए किस तरह से सब मिलकर कार्य कर सकते हैं। अगर आपके प्रयास ईमानदार हुए तो वह निश्चित रूप से आपका साथ देंगे।

यह भी पढ़ें

PM Modi Foreign Visit: जापान- पापुआ न्यूगिनी और ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद दिल्ली के लिए रवाना हुए पीएम मोदी, ऐतिहासिक रही यात्रा