सार
मेघालय कांग्रेस को तगड़ा झटका देते हुए ममता बनर्जी ने पूर्व सीएम मुकुल संगमा समेत पार्टी के 12 विधायकों को अपने पाले में कर लिया है।
शिलांग। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (All India Trinamool Congress) ने मेघालय (Meghalaya) में 'खेला' कर दिया है। मेघालय कांग्रेस को तगड़ा झटका देते हुए ममता बनर्जी ने पूर्व सीएम मुकुल संगमा समेत पार्टी के 12 विधायकों को अपने पाले में कर लिया है।
कांग्रेस के 12 विधायकों के पाला बदलने के चलते टीएमसी मेघालय में बिना चुनाव लड़े ही मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई है। गुरुवार दोपहर एक बजे शिलॉन्ग में मुकुल संगमा समेत सभी कांग्रेसी विधायकों के औपचारिक रूप से टीएमसी में शामिल होने का ऐलान किया जाएगा।
दल-बदल कानून लागू नहीं होगा
माना जा रहा है कि विन्सेंट एच. पाला को मेघालय प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रमुख बनाए जाने के बाद से संगमा नाराज चल रहे थे। सूत्रों के अनुसार मुकुल संगमा ने तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी से सितंबर में मुलाकात की थी। इसके बाद ही राज्य में कांग्रेस को बड़ा नुकसान होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। कांग्रेस के दो तिहाई सदस्यों के टीएमसी में शामिल होने के चलते उनपर दल-बदल कानून लागू नहीं होगा।
मेघालय का सियासी गणित
मेघालय में विधानसभा की 60 सीटों पर 2018 में चुनाव हुआ था। कांग्रेस ने 21, नेशनल पीपुल्स पार्टी ने 20, यूडीएफ ने 6 और निर्दलीयों ने 3 सीटें जीती थी। बीजेपी को सिर्फ दो सीटों पर जीत मिली थी। एनपीपी की सरकार बनी, जिसमें बीजेपी भी सहयोगी पार्टी है। मेघालय में कांग्रेस के दो विधायकों मॉरिंगकेंग से डेविड ए नोंग्रम व राजाबाला से डॉ आजाद जमान और एक निर्दलीय विधायक एसके सुन की मौत हो गई थी। इसके कारण पिछले महीने उपचुनाव हुए थे। कांग्रेस को तीनों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। उपचुनाव के बाद कांग्रेस की संख्या घटकर 19 रह गई। वहीं, तीन सीट जीतने के चलते सत्तारूढ़ पार्टी एनपीपी की संख्या बढ़कर 23 हो गई।
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