सार

taliban को जायज ठहराकर मशहूर शायर मुनव्वर राणा 'बदनाम शायर' हो गए हैं। तालिबान की तुलना रामायण के रचयिता महर्षि बाल्मीकि से करने पर उनके खिलाफ FIR दर्ज हो गई है। वहीं, अब वे social media के निशाने पर हैं।

लखनऊ. कभी अपनी शायरी से मंच लूटने वाले मशहूर शायर मुनव्वर राणा अब अपने विवादास्पद बयानों के चलते 'बदनाम शायर' होते जा रहे हैं। पहले CAA के मुद्दे पर विवादास्पद बयान देकर काफी फजीहत करा चुके राणा अब Taliban की वाहवाही करके लोगों के निशाने पर आ गए हैं।

Taliban की तुलना रामायण के रचयिता महर्षि बाल्मीकि से
राणा के खिलाफ लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में FIR दर्ज की गई है। कोतवाली के प्रभारी श्याम शुक्ला ने बताया कि बाल्मीकि समाज के नेता पीएल भारती ने राणा के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने और अन्य कई धाराओं में मामला दर्ज किया है। राणा ने तालिबान की तुलना रामायण के रचयित महर्षि बाल्मीकि से की थी। राणा पर आरोप है कि ऐसा करके उन्होंने दलितों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। एक चैनल के टॉक शो में राणा ने यह बयान दिया था।

तालिबान को बुरा नहीं मानते राणा
राणा ने बयान दिया था कि तालिबानी पहले से बदल चुके हैं। अब पहले जैसा माहौल नहीं है। तालिबानी बुरे लोग नहीं हैं। हालात ने उन्हें ऐसा बनाया है।

twitter पर निशाने पर आए राणा
राणा लगातार विवादों में घिरे रहे हैं। पहले CAA आदि के मुद्दे पर वे विवादास्पद बयान देते रहे और अब तालिबान को जायज ठहराकर लोगों के निशाने पर हैं। पढ़िए twitter पर आए कुछ कमेंट्स...

#मैं घर में सबसे छोटा था, मेरे हिस्से तालिबान आया।

#जिन्हे भारत में असुरक्षिता महसूस होती है, उनका स्वागत करने के लिए तालिबानी आतंकवादी तैयार हैं। दिल से जाइए मुनव्वर राणा।  

#कुछ दिन गुजारिए अफगानिस्तान में।

#हम तो इनकी किताबें पढ़कर वाह वाह कर रहे थे। हमे क्या पता था; ये तो किसी और ही किताब को पढ़कर आए हैं।

#नीम का पत्ता कड़वा हैं !! मुनव्वर_राणा

#मुनव्वर राणा को समाज में रहने की नहीं; पागलखाने में भेजने की आवश्यकता है।

#मुनव्वर राणा अब आप मुझसे किराया ले लो और अफगानिस्तान चले जाओ। क्योंकि लखनऊ जैसे तहजीब वाले शहर में रहकर डर लगता है? अजीब किस्म का दोगलापन है?

#तालिबान का इंडियन वैरीएंट। 

जिसके हिस्से मां आई वो बच्चा, यानी अपना चच्चा मुशायरों का राखी सावंत हो गया है; बस TRP चाहिए... फिर बोलना कुछ भी पड़े।

#उधर काबुल और इधर मुशायरों के बाबुल, दोनों ही क़ाबू में नहीं आ रहे।

किसी के हिस्से में ISIS आया, किसी के हिस्से में अल-कायदा तो, किसी के हिस्से में जैश आया। मैं घर में सबसे छोटा था, मेरे हिस्से तालिबान आया..!!

(यह कार्टून twitter से लिया गया है, जिसे कार्टूनिस्ट कुरील ने बनाया है)
 

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