सार

चीन में इस वायरस की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या अब 106 तक पहुंच गई है। जबकि 1300 नए मामले सामने आए हैं। सेंट्रल हुबेई प्रांत में स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि 24 और लोगों की मौत वायरस से हुई है और 1,291 अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। वहीं, भारत में भी वायरस की चपेट में कई लोग आए हैं। 

नई दिल्ली. चीन समेत दुनिया के कई देशों में फैले कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। चीन में इस वायरस की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या अब 106 तक पहुंच गई है। जबकि 1300 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, मुंबई, बेंगलौर, हैदराबाद के बाद अब दिल्ली में कोरोना वायरस के संदिग्ध मिले हैं। जिन्हें डॉक्टर राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। RML के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मिनाक्षी भारद्वाज ने कहा कि हमारे सामने कोरोना वायरस के तीन केस सामने आए हैं। तीनों मरीजों का इलाज चल रहा है और उनके सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है। दिल्ली के अलावा चंडीगढ़ में भी कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मामला सामने आया है।  

24 और लोगों की हुई मौत

सेंट्रल हुबेई प्रांत में स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि 24 और लोगों की मौत वायरस से हुई है और 1,291 अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। अभी तक 4000 से अधिक केस सामने आ चुके हैं। यही नहीं चीन से निकलकर कोरोना वायरस दूसरे देश में भी पांव पसार रहा है। जिसके चपेट में अमेरिका, हांगकांग, मकाऊ, ताईवान और भारत के बाद अब श्रीलंका भी आ गया है। 

पीएम ने दिया निर्देश 

सोमवार को चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने नए कोरोनो वायरस के कारगर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की। पीएम ने कहा कि देश की एजेंसियों को रोग की रोकथाम और नियंत्रण की गंभीर स्थिति पर ध्यान देने और नागरिकों की जान की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्रथामिकता देना चाहिए। इसके अलावा, ज्यादा सुव्यवस्थित, मजबूत और वैज्ञानिक कदम उठाकर रोग के फैलाव को कारगर रूप से नियंत्रित किया जाए। 

बढ़ाई गई स्कूलों में छुट्टियां 

चीनी राज्य परिषद ने कहा कि न्यू कोरोना वायरस निमोनिया की महामारी को रोकने के लिए वसंत त्योहार की छुट्टी को 2 फरवरी तक बढ़ा दिया गया है। कॉलेजों, मिडिल, प्राइमरी स्कूलों और किंडरगार्टन स्कूलों में भी छुट्टियां बढ़ा दी गई है। चीनी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के विशेषज्ञ फंग लू चाओ ने कहा कि न्यू कोरोनावायरस निमोनिया एक श्वसन संक्रमण है। इस बीमारी में मुंह का लार छूने से भी लोग संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए यात्राएं कम करें और भीड़ भरे स्थानों पर न जाएं। 

भारतीयों को किया जा सकता है एयरलिफ्ट 

केंद्र सरकार चीन के वुहान शहर में फंसे भारतीय लोगों को वापस लाने के लिए कदम उठा सकती है। एक अधिकारी की मानें तो कोरोनो वायरस पर बैठक के बाद ही इसपर फैसला हो सकता है। वहीं, भारत सरकार का जहाज रानी मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय बंदरगाहों पर चीन से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग शुरू कर सकता है जिससे देश के भीतर इस वायरस को फैलने से रोका जा सके। 

भारतीय दूतावास ने बताया कि उसके राजनयिकों ने सोमवार को चीन के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक की। दूतावास ने सोशल मीडिया पर प्रसारित एक नोट में कहा, ‘बैठक में, चीनी प्राधिकारियों ने कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। वुहान/हुबेई प्रांत से विदेशी नागरिकों को बाहर निकालने के विभिन्न विकल्पों पर भी चर्चा की गई।’

उसने कहा, ‘हम हुबेई प्रांत में भारतीय नागरिकों का कुशलक्षेम सुनिश्चित करने के लिए चीनी प्राधिकारियों से वार्ता जारी रखेंगे। चीनी प्राधिकारियों से और कोई सूचना मिलने के बाद हम आपको उसकी जानकारी देंगे।’

ये देश भी कोरोना वायरस की चपेट में

थाईलैंड में इस बीमारी के चपेट में 4 तो जापान, मकाऊ, दक्षिण कोरिया, ताइवान और अमेरिका में 1-1 लोग इस बीमारी से ग्रसित पाए गए हैं। जिसमें सभी का इलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से आग्रह किया है कि वे नियमित रूप से हाथ धोएं, भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें, ताजी हवा लें और खांसी होने पर मास्क पहनें। खांसी या बुखार होने पर अस्पताल जाएं। 

क्या है कोरोना वायरस?

कोरोना वायरस एक ऐसा वायरस है जो आम सर्दी से लेकर तीव्र श्वसन सिंड्रोम तक की बीमारियों का कारण बनता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, कोरोन वायरस वायरस के सामान्य लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस की तकलीफ और सांस लेने में तकलीफ जैसे श्वसन लक्षण शामिल हैं। हालांकि इसके बढ़ते प्रकोप का कारण कुछ पता नहीं चल पाया है। इसके मुख्य स्रोत का पता लगाया जा रहा है।