सार
केंद्रीय कृषि और कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर(Narendra Singh Tomar) ने कहा है कि भारत कपास की खेती के लिए बहुत महत्वपूर्ण देश है। यह सबसे बड़ा उत्पादक देश है। इसका प्रॉडक्शन और बढ़ाने केंद्र सरकार कई योजनाओं पर काम कर रही है। वे CITI के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
नई दिल्ली. भारतीय कपड़ा उद्योग परिसंघ (CITI) के अनुसंधान संघ-कॉटन डेवलपमेंट रिसर्च एसोसिएशन (CDRA) के स्वर्ण जयंती समारोह का नई दिल्ली के विज्ञान भवन में समापन हुआ। इस मौके पर केंद्रीय कृषि और कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर(Narendra Singh Tomar) ने कहा है कि भारत कपास की खेती के लिए बहुत महत्वपूर्ण देश है। यह सबसे बड़ा उत्पादक देश है। इसका प्रॉडक्शन और बढ़ाने केंद्र सरकार कई योजनाओं पर काम कर रही है। कार्यक्रम में केंद्रीय कपड़ा और रेल राज्य दर्शना विक्रम जरदोश भी मौजूद थीं।
यह भी पढ़ें-आम आदमी को सूती कपड़ा पहनना पड़ सकता है महंगा, जल्द बढ़ सकते हैं दाम
कपास का प्रॉडक्शन बढ़ाने की दिशा में कई योजनाएं
केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि कपास की खेती से लाखों किसान जुटे हुए हैं। कपास का उत्पादन-उत्पादकता बढ़ाने व किसानों की उन्नति की दिशा में केंद्र सरकार अनेक योजनाओं के जरिये लगातार काम कर रही है। कृषि क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। इसमें कपास की भूमिका महत्वपूर्ण है। खाद्यान्न व कपड़े के बिना काम नहीं चल सकता है। तोमर ने कहा कि खाद्यान्न का देश में बंपर उत्पादन हो रहा है। अब कपास की खेती भी और उन्नत हो, इसके लिए सरकार प्रयत्नशील है।
करोड़ों लोगों को रोजगार
तोमर ने कहा कि कपास सेक्टर ने करोड़ों लोगों को रोजगार दिया है। कपास के क्षेत्र में किसानों की मेहनत के साथ वैज्ञानिकों के रिसर्च तथा उद्योगों का योगदान है। तोमर ने कहा कि कोविड के विपरीत समय में भी खेती से जुड़े लोगों ने अपना बेहतर योगदान दिया। तोमर ने इसके लिए उन्हें बधाई दी। इस मौके पर सुझाव भी आए। जैसे-कपास के विकास के लिए एक रोडमैप तैयार किया जा सकता है।
भारत में कृषि निर्यात तेजी से बढ़ रहा है
राज्य मंत्री दर्शना विक्रम जरदोश ने कहा कि कपास किसानों सहित इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार दे रहा है। यह भारतीय कपड़ा उद्योग के लिए रीढ़ है। जरदोशी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार का उदाहरण देते हुए कहा कि उस समय कपास प्रौद्योगिकी मिशन लागू किया गया था, उससे कपास किसानों और समग्र रूप से कपड़ा उद्योग को बहुत मदद मिली थी। इस मौके पर कपास के प्रगतिशील किसानों का सम्मान किया गया। साथ ही पीडी पटोदिया, प्रेम मलिक व सुरेश कोटक को लाइफ-टाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया गया।
यह भी पढ़ें-भारत में सबसे ज्यादा फिटनेस फ्रीक, एक साल में 24 फीसदी लोगों ने जॉइन किया जिम, फ्रांस इस मामले में सबसे पीछे