सार
चक्रवात जवाद के शनिवार को उत्तरी आंध्र प्रदेश में तट से टकराने की संभावना है। राज्य ने खतरे की संभावना वाले तीन जिलों से 54008 लोगों को निकाला गया है। एनडीआरएफ (NDRF) की 11 टीमों ने मोर्चा संभाल लिया है।
नई दिल्ली। चक्रवात जवाद (Cyclone Jawad) के शनिवार को उत्तरी आंध्र प्रदेश में तट से टकराने की संभावना है। इसके चलते राज्य ने खतरे की संभावना वाले तीन जिलों से 54008 लोगों को निकाला गया है। श्रीकाकुलम से 15755, विजयनगरम से 1700 और विशाखापत्तनम से 36553 लोगों को निकाला गया है।
सरकारी स्कूलों और सामुदायिक हॉलों में 197 राहत शिविर बनाए गए हैं। आंध्र प्रदेश में एनडीआरएफ (NDRF) की 11 टीमों ने मोर्चा संभाल लिया है। राज्य सरकार ने एसडीआरएफ की 5 और तटरक्षक बल की छह टीमों को भी तैनात किया है। दो हेलिकॉप्टर को स्टैंडबाय पर रखा गया है।
चक्रवाती तूफान जवाद के चलते रेल यातायात प्रभावित हुआ है। 65 ट्रेनों को रद्द किया गया है। तूफान के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने विशाखापट्टनम और श्रीकाकुलम जिलों के सभी स्कूलों को शनिवार तक बंद करने का आदेश दिया है।
तीनों राज्यों में रेड अलर्ट जारी
चक्रवाती तूफान की वजह से तटीय आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने तीनों राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया है। एनडीआरएफ की 46 टीमों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में तैनात किया गया है। 18 और टीमें स्टैंडबाय पर हैं।
पश्चिमी विक्षोभ से बढ़ेगी ठंड
इधर, पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance active) के एक्टिव होने से 4 दिसंबर की शाम से जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी हो सकती है। इससे कई राज्यों में सर्दी बढ़ेगी। IMD के अनुसार 2000 मीटर की ऊंचाई वाले इलाकों में 2-3 इंच बर्फबारी हो सकती है। कुछ इलाकों में 6-7 इंच तक बर्फ गिर सकती है।
तूफान का असर
जवाद का असर कई राज्यों में दिखाई देगा। वाराणसी सहित पूर्वांचल के जिलों में हल्की बारिश संभावित है। मौसम विभाग ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में अगले 3 से 4 दिन के अंदर बारिश होने की संभावना जताई है। इधर, हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी शुरू हो गई है। गुरुवार को लाहौल स्पीति में बर्फबारी हुई। इससे मौसम बदलेगा।
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