Cyclone Montha: बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात मोंथा का असर अब दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश में भी दिख रहा है। कुछ दिनों से दिल्ली में ठंड बढ़ गई है और तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सुबह और रात में लोगों को सिहरन महसूस होने लगी है।
Cyclone Montha: बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात ‘मोंथा’ अब ओडिशा समेत कई राज्यों में अपना असर दिखा रहा है। इसके कारण दिल्ली-एनसीआर में ठंड ने दस्तक दे दी है और तापमान लगातार गिर रहा है। मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर और यूपी के कई जिलों में हल्की बूंदाबांदी की चेतावनी जारी की है। राजधानी में सुबह-शाम हल्की ठंड का एहसास बढ़ गया है और लोग अब स्वेटर और शॉल पहनते नजर आ रहे हैं। वहीं, यूपी और राजस्थान के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार, 30 अक्टूबर को पूर्वी राजस्थान में कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा, केरल, कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और तेलंगाना में भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है।
कई राज्यों में भारी बारिश की आशंका
गंभीर चक्रवात मोंथा अब कमजोर पड़ चुका है, लेकिन इसका असर अभी भी कई राज्यों में दिख रहा है। ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड के बीच चलने वाली 61 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। बारिश के कारण मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार में फसलों को नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी धान की फसल गिर गई है, जबकि आलू और अन्य सब्जियां सड़ने लगी हैं।राजस्थान में दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे खेतों में पानी भर गया और फसलें खराब हो गईं। उत्तर प्रदेश में भी आलू की बुआई में देरी की संभावना है। बिहार में भी कई जगह बारिश और बूंदाबांदी हुई है। पटना, गया, नालंदा, सिवान, औरंगाबाद, भभुआ, बक्सर, सीतामढ़ी और पूर्वी चंपारण में बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा, कोसी और सीमांचल के जिलों में भी हल्की बारिश हुई है। झारखंड के रांची, गुमला, लोहरदगा और हजारीबाग में भी बारिश जारी है।
यह भी पढ़ें: रूस अब मचाएगा समंदर में तबाही, क्यों दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार है 'पोसाइडन'
मोंथा का असर अब भी जारी
ओडिशा में चक्रवात ‘मोंथा’ का असर अभी भी जारी है।राजधानी भुवनेश्वर, खुर्दा, कटक, पुरी, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं और साथ ही हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। राज्य के तटीय जिलों पश्चिम गोदावरी, कोनसीमा और काकीनाडा में मंगलवार शाम लैंडफॉल के बाद 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं। इससे कई घरों और झोपड़ियों को नुकसान पहुंचा है। प्रशासन ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी है और राहत व बचाव दलों को तैनात किया गया है।
