सार
भलस्वा लैंडफिल साइट के अलावा दिल्ली में इन दिनों आगलगी की घटनाओं में वृद्धि हुई है। इस साल लैंडफिल साइट्स पर भी आग की कई बड़ी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। आगलगी से संपत्ति को नुकसान तो पहुंच ही रहा है पर्यावरण के लिए भी यह गंभीर खतरा बन रहा है।
नई दिल्ली। उत्तरी दिल्ली में भलस्वा लैंडफिल साइट (Bhalswa Land fill site) पर मंगलवार को भीषण आग (massive fire breaks out) लग गई। दमकल विभाग को शाम को आग लगने की सूचना मिली तो वे लोग सक्रिय हुए। आग पर काबू पाने के लिए विभाग ने दमकल की 10 गाड़ियां मौके पर भेजी लेकिन घंटों बीत जाने के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल आग बुझाने के लिए दमकल की 13 गाड़ियां मौके पर काम कर रही हैं।
पर्यावरण मंत्री ने मांगी रिपोर्ट
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने मंगलवार को दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) को भलस्वा लैंडफिल आग पर 24 घंटे के भीतर एक रिपोर्ट सौंपने को कहा। दिल्ली में लगातार कई लैंडफिल साइट्स पर भयंकर आग की वजह से पर्यावरण को भी काफी नुकसान की आशंका है।
मंगलवार को तीन और जगहों पर लगी आग
राजधानी में मंगलवार को आग की तीन और घटनाएं हुईं। संसद मार्ग स्थित परिवहन भवन में मंगलवार को आग लग गई। आग इमारत के एक कमरे के एयर कंडीशनर से लगी। एक अन्य घटना में अमर कॉलोनी के लाजपत नगर के मुख्य बाजार में एक दुकान में आग लग गई और अन्य दुकानों में फैल गई।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा कि आग ग्राउंड फ्लोर पर एक दुकान से शुरू हुई और अन्य दुकानों और एक रेस्तरां में फैल गई। आग इमारत की पहली मंजिल पर स्थित आवास और एक कार्यालय में भी फैल गई। दिल्ली के विकास मार्ग इलाके में मंगलवार दोपहर एक डीटीसी बस में भी आग लग गई थी।
लैंडफिल साइट्स पर भी कई आगलगी की घटनाएं
इस साल, पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर लैंडफिल साइट में आग लगने की तीन घटनाएं हुईं। इस आगलगी की घटना में 28 मार्च की घटना भी शामिल है। यहां लैंडफिल साइट पर लगी आग को काबू करने में करीब 50 घंटे का समय लगा, तब जाकर आग पर नियंत्रण हो सका।
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