सार
दिल्ली हिंसा मामले में क्राइम ब्रांच ने कड़कड़डूमा कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है। दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और पार्षद ताहिर हुसैन को मास्टरमाइंड बताया है। चार्जशीट में पार्षद ताहिर हुसैन समेत 15 लोगों को आरोपी बनाया गया है। पुलिस के मुताबिक, हिंसा कराने के लिए ताहिर ने एक करोड़ 30 लाख रुपये खर्च किए थे।
नई दिल्ली. दिल्ली हिंसा मामले में क्राइम ब्रांच ने कड़कड़डूमा कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और पार्षद ताहिर हुसैन को मास्टरमाइंड बताया है। चार्जशीट में पार्षद ताहिर हुसैन समेत 15 लोगों को आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने करीब एक हजार पन्नों के चार्जशीट में पार्षद ताहिर हुसैन के भाई शाह आलम को भी आरोपी बनाया है।
पुलिस ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि हिंसा के वक्त आरोपी ताहिर हुसैन अपनी छत पर था। ताहिर हुसैन पर हिंसा कराने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक, हिंसा कराने के लिए ताहिर ने एक करोड़ 30 लाख रुपये खर्च किए थे। दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में कहा कि हिंसा से पहले आरोपी ताहिर हुसैन ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरकिता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल लोगों से बातचीत की थी। ताहिर ने जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद से भी बात की थी।
हिंसा से पूर्व ताहिर ने लोगों से की थी बात
चार्जशीट के मुताबिक, दिल्ली हिंसा की पूरी तैयारी पहले से की गई थी। ताहिर हुसैन ने लोगों से बात की थी और उसी वक्त तय किया गया था कि जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दिल्ली आएंगे तब दिल्ली में हिंसा कराया जाएगा। हालांकि पुलिस ने इस चार्जशीट में उमर खालिद को आरोपी नहीं बनाया है।
कौन है ताहिर हुसैन?
हाजी ताहिर हुसैन, मुस्तफाबाद विधानसभा के नेहरू विहार वार्ड से पार्षद हैं। दिल्ली हिंसा में नाम आने के बाद आम आदमी पार्टी ने ताहिर हुसैन को निकाल दिया था। ताहिर पर आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या समेत दिल्ली में हिंसा फैलाने का आरोप है। आरोप है कि ताहिर के घर की छत से ही हमला किया जा रहा था।
छत से बरामद हुए थे हिंसा में प्रयोग हथियार
दिल्ली में हुए हिंसा के दौरान पार्षद ताहिर हुसैन की छत से ईंट, पत्थर, तेजाब के पैकेट, डंडे और अन्य हथियार बरामद हुए थे। ताहिर के छत पर गुलेल भी मिला था। इसके साथ ही बोतल भी बरामद किया गया था। हालांकि उस दौरान ताहिर लगातार कह रहा था कि दंगाइयों द्वारा उसके घर को हाइजैक कर लिया गया था। वहीं, हिंसा के बाद से ताहिर हुसैन फरार चल रहा था। जिसे दिल्ली पुलिस ने 6 मार्च को गिरफ्तार किया था।
जानिए कब, क्या-क्या हुआ?
22 फरवरी 2020, रात के 10.30 बजे- उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे धीरे-धीरे नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में महिलाओं की भीड़ जुटनी शुरू हुई। महिलाओं ने स्टेशन के नीचे एक तरफ की सड़क को जाम कर दिया और विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया।
23 फरवरी 2020, सुबह के 9 बजे- जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे की सड़क बंद हो जाने से यातायात बाधित होने लगा। आवाजाही पर असर पड़ा। लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। हालात को देखते हुए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से सड़क खोलने का आग्रह किया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच बात चल ही रही थी कि इस बीच बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर लोगों से सीएए के समर्थन में मौजपुर चौक पर जमा होने की अपील कर डाली।
23 फरवरी 2020, 3.30 से 4 बजे- नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थकों की भीड़ वहां जमा हो गई। इसके बाद वहां पहुंचकर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने पुलिस को 3 दिन के भीतर सड़क खुलवाने का अल्टीमेटम दिया।
23 फरवरी 2020, 4 बजे- दिल्ली के बाबरपुर इलाके में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थकों और विरोधियों ने एक-दूसरे पर पत्थरबाजी शुरू कर दी।
23 फरवरी 2020, 4 से 5 बजे- नतीजा ये हुआ कि दिल्ली के मौजपुर, करावल नगर, बाबरपुर और चांद बाग इलाके में हिंसा और बवाल शुरू हो गया।
23 फरवरी 2020, रात 9 से 11 बजे- हिंसा शुरू हो जाने के बाद बेकाबू हो गई। राजधानी दिल्ली के करावल नगर, मौजपुर, बाबरपुर और चांदबाग के इलाके में उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। 23 फरवरी की रात पुलिस ने हालात पर काबू पाने का दावा किया।
24 फरवरी 2020, दोपहर 12-1.30 बजे- दोपहर होते-होते बाबरपुर इलाके में पत्थरबाजी शुरू हो गई। नकाब पहने उपद्रवी हाथ में तलवार लहराते हुए सड़कों पर उतर आए। बाबरपुर से शुरू हुई हिंसा करावल नगर, शेरपुर चौक, कर्दमपुरी और गोकलपुरी तक फैलती चली गई।
24 फरवरी 2020, 2.30 से 3.30 बजे- भजनपुरा में बस समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। पेट्रोल पंप में भी आग लगा दी गई। हिंसा में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई, जबकि डीसीपी घायल हो गए।
24 फरवरी 2020, 7.30 से 8 बजे- सुबह से शुरू हुआ हिंसा का दौर रुक-रुक कर रात तक चलता रहा। गोकुलपुरी इलाके में टायर मार्केट को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया। टायर की दुकानें धू-धू कर जलने लगीं।
24 फरवरी 2020, रात 10 बजे- देर रात तक हिंसा और बवाल जारी रहा। रात करीब 10 बजे मौजपुर और घोंडा चौक भी हिंसा और बवाल शुरू हो गया।
25 फरवरी 2020, सुबह 7 बजे- मौजपुर और ब्रह्मपुरी में पत्थर बाजी शुरू हो गई। पथराव शुरू होने के बाद वहां भारी संख्या में पुलिसबलों की तैनाती की गई। प्रभावित इलाकों में हालात संभालने के लिए अर्द्धसैनिक बलों की 37 कंपनियां भी तैनात की गई।
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