सार

भारत में मिले कोरोनावायरस के डबल म्यूटेंट स्ट्रेन B.1.617.2 को ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने डेल्टा नाम दिया है। B.1.617.2 में एक और म्यूटेशन K417N हुआ है, जो इससे पहले कोरोनावायरस के बीटा और गामा वैरिएंट्स में भी मिला था। नए म्यूटेशन के बाद बने वैरिएंट को डेल्टा+ वैरिएंट या AY.1 या B.1.617.2.1 कहा जा रहा है।

नई दिल्ली। भारत में तीसरी लहर को लेकर दहशत है। एक्सपर्ट्स के अनुसार यहां डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से तीसरी लहर आएगी। हालांकि, भारत सरकार ने एडवाइजरी जारी कर बताया है कि तीन राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट के करीब 40 केस मिले हैं। ऐसा नहीं दिख रहा है कि यह व्यापक स्तर पर फैल सकता है। हालांकि, तीनों राज्यों सहित अन्य राज्यों को भी इससे सचेत रहने और सर्विलांस को मजबूत करने को कहा गया है।

उधर, अमेरिका भी डेल्टा वेरिएंट से सबसे अधिक परेशान है। महामारी पर लगभग काबू पा चुका अमेरिका डेल्टा वेरिएंट को काबू करने में नाकाम साबित हो रहा। यूएस के महामारी एक्सपर्ट एंथोनी फौची ने कहा कि डेल्टा वेरिएंट तेजी से फैल रहा और बेहद गंभीर साबित हो रहा।

डेल्टा प्लस भारत में मचा सकता है तबाही

देश में तीसरी लहर डेल्टा प्लस वेरिएंट की वजह से आ सकती है। डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरिएंट यहां तबाही मचा सकता है। सरकार ने महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश के लिए अलर्ट जारी किया है। भारत में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 22 मामले आए हैं इसमें 16 अकेले महाराष्ट्र से हैं। यह सारे मामले रत्नागिरी और जलगांव में मिले हैं। बाकी छह मामले केरल और मध्य प्रदेश में मिले हैं। 

वैक्सीनेशन से ही डेल्टा वेरिएंट को दे सकते हैं मात

यूएस के हेल्थ एक्सपर्ट एंथोनी फौची ने कहा कि अमेरिका में जो भी वैक्सीन लग रहे हैं वह कोरोना के नए वेरिएंट पर असरदार हैं। वैक्सीनेशन से ही इसको मात दिया जा सकता है। 

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