सार
President Election 2022: संथाल जाति से ताल्लुक रखने वाली द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के ही रायरंगपुर से विधायक रह चुकी हैं। वह पहली ओडिया नेता हैं जिन्हें राज्यपाल बनाया गया। वह झारखंड की नौवीं राज्यपाल हैं।
नई दिल्ली। ओडिशा से भाजपा की आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति चुनाव के लिए सत्तारूढ़ एनडीए की उम्मीदवार हैं। झारखंड की राज्यपाल रहीं मुर्मू को बधाई देने वाले ट्वीट में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि वह हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी। पीएम मोदी ने कहा कि श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने अपना जीवन समाज की सेवा और गरीबों, दलितों के साथ-साथ हाशिए के लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित कर दिया है। उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है और उनका कार्यकाल उत्कृष्ट रहा है। मुझे विश्वास है कि वह हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी। लाखों लोग, विशेष रूप से वे जिन्होंने गरीबी का अनुभव किया है और कठिनाइयों का सामना किया है, श्रीमती के जीवन से बड़ी शक्ति प्राप्त करते हैं। नीतिगत मामलों की उनकी समझ और दयालु स्वभाव से हमारे देश को बहुत लाभ होगा।
द्रौपदी मुर्मू को एनडीए ने प्रत्याशी है घोषित किया
मंगलवार की देर शाम को द्रौपदी मुर्मु को एनडीए ने प्रत्याशी घोषित किया है। वह झारखंड की गवर्नर हैं। एनडीए ने एसटी प्रत्याशी के साथ साथ महिला कार्ड खेला है। विपक्षी दलों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है। विपक्ष का प्रत्याशी घोषित होने के बाद बीजेपी में भी प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया तेज हो गई थी। भाजपा संसदीय बोर्ड सहित राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामित कमेटियों ने मंगलवार को मीटिंग की। इस मीटिंग में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हुए। राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस मंथन में शामिल हुए। इस मीटिंग के बाद द्रौपदी मुर्मु के नाम का ऐलान किया गया।
जेपी नड्डा ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार का ऐलान किया है। राष्ट्रपति प्रत्याशी के लिए बीजेपी अपने पसंदीदा नाम का चयन करने के बाद एनडीए दलों से भी आम सहमति बनाने के लिए मीटिंग करेगी। बता दें कि बीजेपी ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को विपक्षी दलों से भी बातचीत का जिम्मा दिया है। यही नहीं राष्ट्रपति चुनाव के प्रबंधन के लिए 14 सदस्यीय प्रबंधन कमेटी भी केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत के नेतृत्व में बनाई गई है।
18 जुलाई को है चुनाव
राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई के लिए निर्धारित है। चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से एक निर्वाचक मंडल के माध्यम से आयोजित किया जाता है जिसमें संसद और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की विधानसभाओं के सदस्य चुने जाते हैं। लगभग 10.86 लाख मतों के एक निर्वाचक मंडल में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के पास 48 प्रतिशत से अधिक वोट होने का अनुमान है। पार्टी को उम्मीद है कि गुट निरपेक्ष क्षेत्रीय दल इसका समर्थन करेंगे।
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