सार
देश के अधिकांश राज्यों में दक्षिण पश्चिमी मानसून(south west monsoon) की सक्रियता बनी हुई है। लेकिन झारखंड और यूपी में बारिश की कमी ने चिंताएं बढ़ा दी हैं। जबकि कई राज्यों में लगातार भारी बारिश का अलर्ट जारी किया जा रहा है। पढ़िए, मौसम विभाग ने किन राज्यों के लिए क्या पूर्वानुमान लगाया है...
मौसम डेस्क. झारखंड, यूपी आदि कुछ राज्यों को छोड़कर अधिकांश देश में दक्षिण पश्चिमी मानसून(south west monsoon) की सक्रियता बनी हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग(IMD) ने आजकल में जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, ओडिशा और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी है। पढ़िए, मौसम विभाग ने किन राज्यों के लिए क्या पूर्वानुमान लगाया है...
जानिए अपने राज्य का हाल...
मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश, उत्तर-पश्चिम और पूर्वी राजस्थान, विदर्भ के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं। शेष पूर्वोत्तर भारत, बिहार के कुछ हिस्सों, गंगीय पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, कोंकण और गोवा, गुजरात, तटीय कर्नाटक, केरल, लक्षद्वीप और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जबकि आंतरिक कर्नाटक और पश्चिमी राजस्थान में हल्की बारिश संभव है। (यह तस्वीर जम्मू में मानसून की बारिश के बाद उफनती हुई तवी नदी की है)
जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे वनवे ट्रैफिक के लिए फिर से खुला
जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे वन वे ट्रैफिक के लिए फिर से खोल दिया गया है। रामबन जिले में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के कारण इसे बंद करना पड़ा था।कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला 270 किलोमीटर लंबा हाइवे रामबन में कैफेटेरिया मूर, महर, चंबा सेरी, कीला मूड टनल, मरूग और पेंटियाल में भूस्खलन, कीचड़ और पत्थर गिरने के कारण बंद हो गया था। अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों को कश्मीर ले जा रहे एक काफिले को चंद्रकूट में रोका गया था। रामबन की सीनियर एसपी मोहिता शर्मा गर्ग ने कहा कि गुरुवार शाम करीब पांच बजे हाइवे को एकतरफा यातायात के लिए खोल दिया गया।
झारखंड में कम बारिश चिंता का विषय, बोवनी पर असर
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य में सूखे की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है, जिससे राज्य की खेती प्रभावित हो रही है। मुख्यमंत्री 401 करोड़ रुपये की 112 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने दुमका में थे। इस अवसर पर बोलते हुए सोरेन ने कहा कि राज्य जो अभी भी COVID-19 महामारी के प्रभाव से जूझ रहा है, अब सूखे जैसी स्थिति की ओर है। कम बारिश के कारण किसान बीज नहीं बो पा रहे हैं। मैं चिंतित हूँ। मौसम विभाग की भविष्यवाणी भी उत्साहजनक नहीं है। झारखंड में बारिश की कमी 51 फीसदी तक पहुंच गई है। इस अवधि के दौरान सामान्य 403.4 मिमी के मुकाबले 1 जून से 21 जुलाई के बीच 199.3 मिमी बारिश हुई। राज्य के कृषि विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, राज्य ने अब तक धान की बुवाई के लक्ष्य का मात्र 11.76 प्रतिशत हासिल किया है।
दिल्ली, पंजाबा और हरियाणा का हाल
दिल्ली के कई हिस्सों में बारिश के कारण गुरुवार को अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री नीचे चला गया, जबकि मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक मध्यम बारिश की संभावना जताई है। मौसम कार्यालय ने बताया कि दिन का अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, शुक्रवार और शनिवार को सामान्य रूप से बादल छाए रहेंगे और मध्यम बारिश होगी। शुक्रवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 33 और 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। आईएमडी ने दो-तीन दिनों के लिए उत्तर पश्चिम भारत में बारिश की गतिविधियां बढ़ने की भविष्यवाणी की है। हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों में गुरुवार को भारी बारिश हुई और दोनों राज्यों में पारा सामान्य से नीचे चला गया। मौसम विभाग के अनुसार, सामान्य राजधानी चंडीगढ़ में भी बारिश हुई और अधिकतम तापमान 29.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा में, हिसार, भिवानी, पंचकुला, यमुनानगर और रोहतक सहित अन्य स्थानों पर भारी बारिश हुई।
बीते दिन इन राज्यों में हुई बारिश
अगर बीते दिन की बात करें ,तो हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, शेष पूर्वोत्तर भारत, ओडिशा के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप, तेलंगाना, राजस्थान और गुजरात क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। जम्मू कश्मीर, गुजरात, दक्षिण मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, केरल, कोंकण और गोवा में और पश्चिम राजस्थान में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हुई। वहीं, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, असम के कुछ हिस्सों, उत्तरी मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होती रही। मराठवाड़ा और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई।
मौसम में बदलाव की वजहें
स्काईमेट वेदर(skymet weather) के अनुसार, मानसून ट्रफ गंगानगर, हिसार, बरेली, प्रयागराज, पटना, बांकुरा, दीघा और फिर पूर्व दक्षिण पूर्व की ओर बंगाल की उत्तरपूर्वी खाड़ी से गुजर रही है। पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) को उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्र पर एक चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation) के रूप में देखा जा सकता है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। एक अपतटीय ट्रफ रेखा कोंकण और गोवा से उत्तरी केरल तट तक फैली हुई है।
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