सार

दिल्ली के द्वारका में महिला पायलट और उसके पति द्वारा 10 साल की मासूम के साथ की गई दरिदंगी सुन किसी की भी रूह कांप उठे। वह छोटी-छोटी गलती होने पर भी बच्ची को कभी प्रेस तो कभी गर्म चिमटे से जलाती थी। उसके शरीर पर जख्म के निशान मिले हैं।

नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली के द्वारका इलाके में मानवता फिर शर्मसार हुई। इलाके के बागडोला गांव में घरेलू सहायिका के लिए काम पर रखी गई 10 साल की मासूम पर दंपति के अत्याचार सुन किसी का भी दिल दहल उठे। छोटी-छोटी गलतियों पर प्रेस से जलाना। मासूम को लात-घूसों से पीटना। यहां तक कि नाबालिग की आंख में बेलन से हमला करना। मासूम पर प्रताड़ना करने की जो तस्वीरें सामने आईं हैं वो किसी भी सभ्य समाज की नहीं कही जा सकतीं। बता दें, बुधवार को मासूम के परिजनों को महिला पायलट और उसके पति की दरिंदगी का पता चलने पर मामले का खुलासा हुआ। भीड़ के साथ महिला पायलट और उसके पति के घर पहुंचे परिजनों ने दंपति की पिटाई की। मामले की जानकारी होने पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

ऐसे हुआ दंपति की बर्बरता का खुलासा

जानकारी के मुताबिक, कौशिक बागची और इसकी पत्नी पूर्णिमा बागची मासूम को प्रताड़ित करते थे। दंपति द्वारका के सेक्टर-8 में किराए के फ्लैट पर रहता है। पुलिस का कहना है, दंपति के घर के पास पीड़िता के रिश्तेदार रहते हैं। उन्होंने ही महिला पायलट के घर बच्ची को काम पर रखवाया था। बच्ची दंपति के घर पर रहती है। उससे कई तरह के काम कराए जाते थे। आरोप है काम के दौरान जरा सी भी गलती होने पर पति-पत्नी बच्ची को पीटते थे। पीड़िता के रिश्तेदारों का आरोप है, उन्होंने दंपति को बच्ची के साथ मारपीट करते देखा था। जिसके वह दंपति के घर गए लेकिन वे बाहर नहीं आए। हंगामा होने पर किसी तरह महिला पायलट ने दरवाजा खोला। इसके बाद बच्ची ने आपबीती परिजनों को बताई। परिजनों का आरोप है कि जब मासूम बाहर आई तो वह कांप रही थी। उसका चेहरा सूझा हुआ था और शरीर पर चोट के निशान थे।

मासूम के शरीर पर चोट और जलने के निशान

परिजनों का आरोप है कि मासूम से घर की सफाई, बर्तन धुलवाने के अलावा कपड़ों पर प्रेस करवाई जाती थी। छोटी सी गलती करने पर उसे प्रेस से दाग दिया जाता या फिर चिमटे से जला दिया जाता था। यहीं नहीं मासूम के दोनों हाथों, कोहनी, कंधे और शरीर के दूसरे हिस्सों पर प्रेस से दागने के निशान मिले हैं। परिजनों ने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले मासूम महिला की वर्दी को प्रेस कर रही थी और गलती से उससे वर्दी जल गई। जिसके बाद महिला पायलट को इतना गुस्सा आया कि उसने बच्ची प्रेस से जला दिया। इतना ही नहीं दंपति बच्ची को तीन-चार दिनों तक भूखा रखते थे और अक्सर बासी खाना देते थे। बता दें, लड़की के माता-पिता बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित एक गांव के रहने वाले हैं। परिवार में किसी की मृत्यू होने के कारण वे गांव लौट गए थे हालांकि उन्हें घटना की जानकारी दे दी गई है वे जल्द ही दिल्ली लौटेंगे।

पुलिस ने आरोपी दंपति को किया गिरफ्तार

मामले की जानकारी जुटाने के बाद पुलिस ने दंपति को गिरफ्तार कर लिया है। उधर मेडिकल कराने के बाद मासूम का अस्पताल में इलाज जारी है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि, मेडिकल जांच में सामने आया है कि जलने की चोटें पुरानी थीं जबकि अन्य चोटें ताजा थीं हालांकि अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दंपति के साथ रहने के दौरान जलने की चोटें लगीं थीं या नहीं। बहरहाल आरोपी दंपति के खिलाफ नाबालिग को बंधक बनाकर मारपीट करने, जलाने, गंभीर चोट पहुंचाने, चाइल्ड लेबर एक्ट में मामला दर्ज कर लिया गया है।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में भीड़ आरोपित महिला और उसके पति की पिटाई कर रही हैं। आरोपित महिला माफी मांग रही है, लेकिन महिलाएं कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं। वीडियो में आरोपित महिला पायलट की वर्दी में नजर आ रही है। उधर मासूम के साथ हुई बर्बरता से परिजनों में आक्रोश है। परिवारवालों ने पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। बता दें, महिला इंडिगो एयरलाइंस में पायलट है जबकि इसका पति कौशिक बागची विस्तारा एयरलाइंस में ग्राउंड स्टाफ है।