वाट्सऐप पर इन दिनों कोल्ड ड्रिंक्स में इबोला वायरस होने का दावा करने वाला एक मैसेज खूब फॉरवर्ड किया जा रहा है। साथ ही कहा जा रहा है कि कोल्ड्रिंक से दूर रहें। पीआईबी फैक्ट चेक में ये दावा पूरी तरह फर्जी निकला है।  

Fact Check: सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्ट और वीडियो अक्सर वायरल होती रहती हैं। कई बार तो फेक मैसेजेस लोगों के वाट्सऐप ग्रुप पर भेजकर भी प्रोपेगेंडा चलाया जाता है। इसी तरह का एक मैसेज इन दिनों कई लोगों को वॉट्सऐप पर मिल रहा है। कई अलग-अलग ग्रुपों में फॉरवर्ड किए जा रहे इस मैसेज की पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने पड़ताल की, जिसमें ये फर्जी निकला है। अगर आपके पास भी इस तरह का कोई मैसेज आया है, तो सावधान रहें। ये पूरी तरह फर्जी है।

वायरल मैसेज में क्या किया जा रहा दावा?

तमाम वॉट्सऐप ग्रुप्स पर वायरल हो रहे इस मैसेज में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार ने नागरिकों को ठंडे पेय पदार्थों से बचने की सलाह दी है क्योंकि वे इबोला वायरस से दूषित हैं। मैसेज में लिखा गया कि माजा, कोका कोला, 7अप, थम्सअप, पेप्सी और स्प्राइट जैसी कोल्ड्रिंक से दूर रहें। क्योंकि कंपनी के एक कर्मचारी ने खतरनाक इबोला वायरस से दूषित खून इनमें मिला दिया है। इस मैसेज को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं।

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क्या है हकीकत?

पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने इसकी जांच की, जिसमें ये मैसेज फेक पाया गया है। भारत सरकार के तहत आने वाले स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा ऐसी कोई सलाह जारी नहीं की गई है। आप इस तरह के मैसेजेस से सावधान रहें। ये पूरी तरह फर्जी है। अगर आपको भी लगता है कि कोई मैसेज, पोस्ट या वीडियो गलत तरीके से वायरल किया जा रहा है, तो इसकी सूचना पीआईबी को +918799711259 पर या factcheck@pib.gov.in पर दे सकते हैं।

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