सार
पीएम मोदी, सोमवार को अफगानिस्तान पर जी20 शिखर सम्मेलन में अपना संबोधन दे रहे थे। उन्होंने अफगान क्षेत्र को कट्टरपंथ और आतंकवाद का स्रोत बनने से रोकने पर जोर दिया।
नई दिल्ली। जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) में पीएम मोदी (PM Modi) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) में कट्टरपंथ और आतंकवाद पर चिंता जताई। उन्होंने अफगानी नागरिकों पर हो रहे अत्याचार पर भी जी20 देशों को कारगर मदद का आह्वान किया।
पीएम मोदी, सोमवार को अफगानिस्तान पर जी20 शिखर सम्मेलन में अपना संबोधन दे रहे थे। उन्होंने अफगान क्षेत्र को कट्टरपंथ और आतंकवाद का स्रोत बनने से रोकने पर जोर दिया। साथ ही अफगान नागरिकों को तत्काल और निर्बाध मानवीय सहायता और एक समावेशी प्रशासन का आह्वान किया।
विश्व के देश एक होकर अफगानिस्तान पर नीति बनाएं
पीएम मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकीकृत अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया तैयार करना होगा ताकि वहां की स्थिति में वांछित बदलाव लाया जा सके। एकजुटता के बगैर वहां कुछ नहीं किया जा सकता है। पीएम मोदी ने अफगानिस्तान में समावेशी प्रशासन का आह्वान करते हुए संयुक्त राष्ट्र की महत्वपूर्ण भूमिका के लिए समर्थन व्यक्त किया।
यूरोपियन यूनियन ने किया है अफगानिस्तान के मदद का ऐलान
मंगलवार को यूरोपियन यूनियन ने अफगानिस्तान की बिगड़ती हालत को देखते हुए मदद का ऐलान किया है। यूरोपियन यूनियन एक बिलियन यूरो की आर्थिक मदद करेगा। यूरोपियन यूनियन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने अफगानिस्तान में मानवता पर आई संकट और खराब होती आर्थिक स्थिति पर मदद की अपील करते हुए कहा कि यूनियन मानवता के लिए यह मदद कर रहा है।
उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि यह पैसे अफगानिस्तान की मदद के लिए हैं। यह पैसे उन अतंरराष्ट्रीय संगठनों को दिये जाएंगे जो जमीन पर वहां काम कर रहे हैं। उन्होंने साफ किया कि यह पैसे तालिबान की सरकार को नहीं दिया जाएंगे क्योंकि उन्हें अभी मान्यता नहीं मिली है। लेयेन ने कहा, 'अफगानिस्तान में मानवता और सामाजिक-आर्थिक स्थिति की रक्षा के लिए हम सभी को वो सबकुछ करना चाहिए जो हम कर सकते हैं। हमें इसे जल्दी करना होगा।'
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