सार
मंगलवार को प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू की ओर से जी20 मेहमानों को भेजे गए निमंत्रण पत्र पर 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' (President of Bharat) छपे होने के बाद देश के नाम को लेकर बहस तेज हो गई तो विपक्ष पूरी तरह हमलावर हो गया।
Bharat Vs INDIA: भारत बनाम इंडिया को लेकर शुरू हुई बहस के बीच एक और दावा सामने आ रहा है। पीएम मोदी ने बीते दिनों दक्षिण अफ्रीका और ग्रीस की यात्राएं की उसमें भी इंडिया की बजाय भारत नाम का इस्तेमाल डॉक्यूमेंट्स में किया गया था। इसके अलावा जी20 के सभी आईडेंटिटी कार्ड्स पर भी भारत नाम का ही इस्तेमाल किया जा रहा है। दरअसल, मंगलवार को प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू की ओर से जी20 मेहमानों को भेजे गए निमंत्रण पत्र पर 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' (President of Bharat) छपे होने के बाद देश के नाम को लेकर बहस तेज हो गई तो विपक्ष पूरी तरह हमलावर हो गया।
G20 नेताओं को राष्ट्रपति का मिला निमंत्रण
दरअसल, इंडिया बनाम भारत को लेकर चर्चा उस समय तेज हुई जब G20 नेताओं को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से डिनर का इनविटेशन भेजा गया। निमंत्रण पत्र में प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की बजाय प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा होने के बाद विपक्ष ने हमला तेज कर दिया। उधर, G20 के लिए भारत आ रहे विदेशी प्रतिनिधियों को एक बुकलेट दी जा रही है। G20 की इस बुकलेट की टाइटल भारत-द मदर ऑफ डेमोक्रेसी, है। बुकलेट में बताया गया है कि भारत ही देश का आधिकारिक नाम है। इसका उल्लेख संविधान में है और 1946-48 की चर्चाओं में भी किया गया है।
विपक्षी गठबंधन का नाम INDIA तय करने के बाद सरकार ने लिया फैसला
लोकसभा आम चुनाव 2024 में होना है। पीएम मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए सरकार के खिलाफ विपक्षी दल एकजुट हैं। इन दलों की एकजुटता और INDIA नामकरण किए जाने के बाद केंद्र सरकार ने स्ट्रैटेजिक रूप से इंडिया नाम को इस्तेमाल करने की बजाय भारत नाम इस्तेमाल करने का फैसला किया है। जी20 की आईडी कार्ड और अन्य डॉक्यूमेंट्स में भी भारत नाम का ही इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि, विपक्ष ने सरकार के इस रवैया को हताशा में उठाया गया कदम बताया है।
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